गंभीर बीमारी वाले शिक्षकों के लिए अनिवार्य सेवानिवृत्त के फरमान का अखिल भारतीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ घोर विरोध करता है


देहरादून ब्रेकिंग हाई वोल्टेज न्यूज़ श्री सुभाष चौहान की रिपोर्ट…….. पत्रों में देखने को मिल रहा है कि जो शिक्षक संगठन द्वारा लंबे समय से त्रिस्तरीय कैडर व्यवस्था लागू करने की मांग प्रमुखता से उठाई जा रही है ,उस पर माननीय शिक्षा मंत्री जी ने अधिकारियों से संगठन के पदाधिकारियों को विश्वास में लेकर प्रस्ताव मागा है,जिसे शिक्षकों में खुशी का माहौल बना है। यदि त्रिस्तरीय कैडर व्यवस्था लागू हो जाती है तो शिक्षक समाज माननीय शिक्षा मंत्री जी का भव्य स्वागत करेगा।साथ ही शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आ जायेगी, जिसे शिक्षकों की तमाम समस्याओ समाधान भी हो जायेगा।माननीय शिक्षा मंत्री जी के इस सराहनीय पहल की हम भूरी भूरी प्रंशसा करते हैं।
दूसरी और निदेशक महोदय (प्रारंभिक शिक्षा) द्वारा गंभीर बीमारी वाले शिक्षकों के लिए अनिवार्य सेवानिवृत्त का फरमान भी जारी किया है, जिसका अखिल भारतीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ घोर विरोध करता है। हम शासन प्रशासन में बैठे लोगो से पूछना चाहते हैं कि क्या जब कोई इंसान मुसीबत में रहता है तो उसकी गर्दन में तलवार चलाई जाती है या उसका तन मन धन से सहयोग किया जाता है? हम यह भी पूछना चाहते हैं कि आज तक कितने बीमार अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्त होने का फ़रमान जारी किया गया? जो हमारे बीमार नेता लोग हैं उनके लिए बडे़ -बडे़ हास्पिटलों में इलाज की मुफ्त सुविधा है, क्या कभी ऐसा नियम निकाला गया कि बीमार नेता भी चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। यदि खुदा ना खास्ता किसी नेता की अकस्मात मृत्यु हो जाती है तो उनकी पत्नी को उनके बच्चों को चुनाव लड़वाया जाता है। और एक शिक्षक बेचारा देश के कई कड़धारों को तैयार करता है और दुःख के समय मैं उसका मनोबल ऊंचा करने के बजाय गिराया जा रहा है जो कदापि हमें स्वीकार नहीं है। यदि निदेशक महोदय द्वारा तुगलकी फ़रमान वापस नहीं लिया गया तो हमें मजबूर होकर कठोर कदम उठाना पड़ेगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी।
आपका साथी
सुभाष चौहान
महा मंत्री
अखिल भारतीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ।