लाल कुआं को मौत का कुआं कहना जनता का अपमान गरिमा मेहरा दसौनी

प्रकाशनार्थ

लालकुआं को मौत का कुआं कहना जनता का अपमान- गरिमा मेहरा दसौनी

उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष मदन कौशिक और पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा द्वारा लाल कुआं विधानसभा को मौत का कुआं कहा जाना अत्यंत निंदनीय और लाल कुआं की जनता का घोर अपमान है यह कहना है उत्तराखंड कांग्रेस की गढ़वाल मंडल मीडिया प्रभारी गरिमा मेहरा दसोनी का ।
दसोनी ने कहा भारतीय जनता पार्टी के नेता अपनी बदजुबानी से बाज नहीं आ रहे हैं ।दसोनी ने हाल ही में दिए गए मदन कौशिक और विजय बहुगुणा के बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा की उत्तराखंड देव भूमि की विधानसभा लाल कुआं की प्रबुद्ध जनता को मौत का कुआं कहना वह भी सिर्फ इसलिए कि वहां से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी चुनाव लड़ रहे हैं अपने आप में बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। दसौनी ने कहा कि इससे पहले भी कई बार उत्तराखंड भाजपा के नेताओं के बड़बोलेपन और बदजुबानी का गवाह बना है । तब चाहे तीरथ सिंह रावत का महिलाओं के वस्त्रों को लेकर अभद्र टिप्पणी हो या फिर त्रिवेंद्र सिंह रावत की कोरोना और बेरोजगारी को लेकर गैरज़िम्मेदाराना बयान
तब चाहे कुंवर प्रणव सिंह का उत्तराखंड को गाली देने का प्रकरण हो या किसानों की आत्महत्या का उपहास उड़ाना।
दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड की जनता अब और अधिक सहन करने वाली नहीं है और अपनी वोट की चोट से भाजपा को जरूर सबक सिखाएगी। दसोनी ने कहा सत्तारूढ़ दल के नेताओं के सत्ता की हनक सर चढ़कर बोल रही है ऐसे में जिस शब्दावली का प्रयोग उन्होंने लाल कुआं के लिए किया है उससे उत्तराखंड भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है ।
दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड की और खास करके लाल कुआं की जनता उपरोक्त बयान से खासी आक्रोशित और गुस्से में है और आगामी चुनाव में मतदान के दिन भाजपा के नेताओं को सबक सिखाने का काम करेगी और अपने अपमान का बदला लेगी ।

गरिमा मेहरा दसौनी
मीडिया प्रभारी
गढ़वाल मंडल