उत्तराखंड क्रांति दल युवा प्रकोष्ठ द्वारा जारी अनिश्चितकालीन धरने के 18 वे दिन

उत्तराखंड क्रांति दल युवा प्रकोष्ठ द्वारा जारी अनिश्चितकालीन धरने के 18 वे दिन पूरे होने के बाद क्रमिक अनशन के चौथे दिन विभिन्न भर्तियों में घोटाले एवं सीबीआई जांच को लेकर क्रमशः किरण रावत कश्यप, शकुंतला रावत, प्रीति थपलियाल तथा सुरेंद्र कुकरेती हड़ताल पर बैठे l भूख हड़ताल पर बैठे जिला कार्यकारी अध्यक्ष किरण रावत ने कहा सरकार पूरी कोशिश कर रही है हमारे इस आंदोलन को दबाने की , जितनी कोशिश की जाएगी उससे दुगनी तेजी से पूरे उत्तराखंड में आंदोलन का प्रचार प्रसार किया जाएगा l कुमाऊं की बात करें या गढ़वाल की बात करें सभी युवा सड़कों पर नारे लगा रहे हैं ,आज उक्रांद को पूर्व कैबिनेट मंत्री मातबर सिंह कंडारी का समर्थन मिला, उन्होंने कहा कि उक्रांद ने राज्य बनाया, राज्य का वास्तविक विकास उक्रांद ही कर सकता है, साथ ही उन्होंने कहा कि सभी संगठनो को एकजुट होकर उक्रांद द्वारा राज्य हित के मुद्दे पर एकजुट होकर आगे आना चाहिए,पूर्व केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती ने कहा कि युवा प्रकोष्ठ इस आंदोलन को अंजाम तक पहुॅचायेगा, यदि शीघ्र सी बी आई जाँच नहीं की जाती है तो उक्रांद आमरण अनसन के लिए बाध्य होगा। इतना संवेदनशील मामला होने के बाद भी माननीय मुख्यमंत्री जी इसका संज्ञान नहीं ले रहे हैं, यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है l इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचार सचिव युवा प्रकोष्ठ प्रीति थपलियाल ने कहा कि हमने सिर्फ सीबीआई जांच की मांग की थी किंतु मुख्यमंत्री सीबीआई जांच के आदेश में नहीं दे पा रहे हैं अर्थात कई सफेदपोश के नाम पर्दे के पीछे हैं यही वजह है कि सरकार और पुलिस मिलकर व्यापारियों के नाम पर हमारे धरने को दबाने की साजिश रच रहे हैं, कल दिनांक 14-09-2022 को रात्रि के समय धरना स्थल घंटाघर पर पुलिस प्रशासन और व्यापार मण्डल के साथ मिलकर घरने को उखाड़ फेकने की धमकी दीं जिस पर धरने में उपस्थित पदाधिकारियों ने विरोध दर्ज किया, शहर कोतवाल शशि भूषण नेगी बदसलुकी पर पेश आये व धरने को ख़त्म करने तथा धमकी भरे शब्दों में कहने लगे कि मात्र दो घंटे में धरने को ख़त्म करो अन्यथा सभी पर मुकदमा दर्ज करते हुए घरने के पंडाल को उखाड़ फेंक दूंगा | जिसका घोर विरोध केंद्रीय उपाध्यक्ष सुनील ध्यानी व युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने घोर विरोध दर्ज किया | कार्यक्रम में आज सभी वक्ताओं व वरिष्ठ नेताओं ने शासन से लेकर प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दीं कि राज्य में भर्ती घोटाला सवेदनशील मामला व युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, लोकतान्त्रिक तरीके से सी बी आई जाँच की मांग को लेकर धरना हैं, पुलिस प्रशासन ने धरने में कोई व्यवधान किया तो दल आरपार की लड़ाई लड़ेगा।कार्यक्रम में सुरेंद्र कुकरेती ,मातबर सिंह कंडारी, प्रविन रमोला ,जय प्रकाश उपाध्याय, शांति प्रसाद, दीपक रावत ,दीपक मधवाल ,अशोक नेगी , मोहन सिंह अस्वाल, वीरेंद्र थापा, रविंद्र ममगई, प्रवीण रमोला,लुसुन तोडरिया, प्रमिला रावत,सुनील ध्यानी, रविंद्र ममगाई, वीर सिंह रावत आदि उपस्थित थेl