अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने क्लस्टर विद्यालयों का किया खुला विरोध_____भारत सरकार द्वारा वर्तमान समय में क्लस्टर विद्यालय खोले जा रहे हैं जिसमें तमाम विद्यालय मर्ज किए जा रहे हैं। वर्तमान में क्लस्टर विद्यालय व पीएम श्री विद्यालय चलेगें ऐसी सरकार की मंशा है,इसके बाद सीएम श्री विद्यालयों की तैयारी भी चल रही है,जिस कारण धीरे-धीरे शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है और जो सरकारी विद्यालय चल रहें वे भी बंद होने की कगार पर हैं।इससे साफ जाहिर होता है कि सरकारी विद्यालयों को बंद करने की पूरी साजिश केन्द्र व राज्य सरकार चला रही है।शिक्षा विभाग में लगातार जो प्रयोग किए जा रहे हैं उसे आने वाले बच्चों के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है, राष्ट्रीय अध्यक्ष/उतर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष योगेश त्यागी ने कहा कि वर्तमान में जो क्लस्टर विद्यालयों में अन्य विद्यालय के बच्चे मर्ज किए जा रहें हैं उसे तमाम सरकारी विद्यालय बंद हो रहें हैं ,जिसका संगठन घोर विरोध करता है,एक ओर सरकार शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत सभी बच्चों को गांव मोहल्ले में विद्यालय खोलकर शिक्षित होने की बात कर रही है और दूसरी तरफ विद्यालय बंद किए जा रहें हैं इसे साफ जाहिर होता है कि सरकार की नीति सरकारी विद्यालयों को बंद करके निजी विद्यालयों को आगे लाने की कवायद चल रही है ,लेकिन गरीब जनता अपने बच्चों निजी विद्यालयों में नहीं पढा़ पायेगें,जिस कारण आने वाले समय में कई बच्चे अनपढ़ रह जायेगें और हजारों हजार बच्चे बेरोजगार हो जायेगें। अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के राष्ट्रीय मंत्री सुभाष चौहान ने कहा कि यदि सरकार की मंशा साफ है तो सरकारी विद्यालयों में तमाम प्रकार की सुविधा मुहैया कराकर प्रत्येक जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक सहित विषयवार पांच पद सृजित किए जाएं जिसे सरकारी विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके ।चौहान ने यह भी कहा कि भारत वर्ष के समस्त राज्यों में शिक्षकों को समान कार्य पर समान वेतन दिया जाना चाहिए, चौहान ने यह भी कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत 6 से 14 वय वर्ग के सभी बच्चों का स्कूल में दाखिला किया जायेगा,कोई भी बच्चा शिक्षा लेने से वंचित नहीं रहेगा लेकिन आज तमाम राज्यों में देखने को मिल रहा है कि कतिपय बच्चे फुटपाथ में घूमते हुए मिल रहें हैं क्या इन बच्चों को शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षित होने का अधिकार नहीं है।चौहान ने यह भी कहा है कि उत्तराखंड में कभी आदर्श विद्यालय,कभी अटल आदर्श विद्यालय के नाम से विद्यालय चल रहें थे आज ऐसे विद्यालयों की दशा दयनीय बनी है, वर्तमान में सरकार का क्लस्टर विद्यालय व पीएम श्री विद्यालय एवं सीएम श्री विद्यालय पर फोकस चल रहा है जनता को प्रलोभन दिया जा रहा है कि प्रतिदिन बच्चे को आने जाने के लिए सौ रूपये किराया भी दिया जायेगा क्लस्टर विद्यालय के खुलने से पहाड़ी क्षेत्रों में सेकडो़ विद्यालय बंद होगें, बच्चों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पडे़गा,आने वाले बच्चे बेरोजगार भी रह जायेगें,हमारा भारत सरकार व उत्तराखंड सरकार से अनुरोध है कि शिक्षा पर तमाम अनावश्यक प्रयोग नहीं किये जाने चाहिए बल्कि सरकारी विद्यालयों में बच्चों के ठहराव व अच्छी शिक्षा पाने के लिए सुविधा प्रदान की जाए व शिक्षकों के सभी पद विषयवार समय पर भरें जाए।जिसे पहाड़ो से पलायन भी रूकेगा,और गरीब बच्चे पढ़ लिखकर आगे बढ़ पायेगें। अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ यथा शीघ्र एक बैठक कर आंदोलन की रणनीति तय करेगा जिसमें समस्त राज्यों के पदाधिकारी व शिक्षक शिक्षिकाओं से सहयोग की अपेक्षा की जाती है।
सुभाष चौहान
राष्ट्रीय महा मंत्री
अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ