
बाबा महाकाल की कृपा जहां हो, वहां पराजय का कोई नाम नहीं — भारत जब रणभूमि में उतरता है, तो विजय स्वयं चरण चूमती है। हर हर महाकाल!”
बाबा महाकाल की कृपा जहां हो, वहां पराजय का कोई नाम नहीं — भारत जब रणभूमि में उतरता है, तो विजय स्वयं चरण चूमती है। हर हर महाकाल!”