पहला स्तनपान मां और नवजात दोनों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायकविश्व स्तनपान सप्ताह के तहत चलाया जागरूकता अभियान

7-AUGUST-2024पहला स्तनपान मां और नवजात दोनों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत चलाया जागरूकता अभियान
डोईवाला।

हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर माताओं को शिशुओं को स्तनपान कराने के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही स्तनपान से मां व नवजात को होने वाले लाभ के विषय में जानकारी दी गयी।
हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज के कम्यूनिटि मेडिसिन विभाग व हिमालयन हॉस्पिटल की ओर से डोईवाला के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में सप्ताह भर तक चले जागरूकता अभियान में नवजात शिशुओं की माताओं को स्तनपान के विषय में जानकारी दी गयी।

विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पहला स्तनपान मां और नवजात दोनों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। मां का पहला गाढ़ा पीला दूध बच्चे का पहला टीकाकरण है, इससे बच्चे को आवश्यक खनिज व रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। कहा कि स्तनापान सप्ताह मनाने का उद्देश्य मातृशक्ति को इसके प्रति जागरूक करना है। स्तनपान से 19 प्रतिशत शिशु मृत्यु दर व कुपोषण को कम किया जा सकता है। मां के पहला दूध विटामिन युक्त होता है। यह शिशुओं की आंतों की सफाई व शिशु को पीलिया से बचाने में सहायता करता है। डॉ. सुरभि मिश्रा ने बताया कि जागरुकता के अभाव में लोगों में यह भ्रांति हैं कि पहला दूध घातक हो सकता है। इसको दूर करने के लिए यह साप्ताहिक अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जन्म के करीब आधे घंटे बाद मां अपने शिशु को स्तनपान करा सकती है। वहीं सिजेरियन से हुए शिशु की मां करीब चार घंटे बाद या एनिस्थिसिया के प्रभाव से बाहर आने के बाद स्तनपान करा सकती है। ऐसा करने से शिशु और मां दोनों ही स्वस्थ रहते है। साथ ही शिशु का बौद्धिक विकास तेजी से होता है और जीवन में कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप का खतरा कम होता है। डॉ. अवनि गुप्ता, डॉ. चिराग जोशी, डॉ. सुदीक्षा शर्मा, स्वस्ति गर्ग, स्वाति बिष्ट, वैभव गुप्ता, वामिका शर्मा, सक्षम श्रीवास्तव, वैभव राणा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता फरजाना ने अभियान में शामिल रही।