मां दुर्गा के छठे स्वरूप की उपासना करने वाले भक्तों को मां देती है मनचाहे वरदान

मां दुर्गा का छोटा स्वरूप मां कात्यायनी की उपासना करने वाले भक्तों को मां मनचाहा वरदान देती हैं शास्त्रों के अनुसार मां की उपासना से मिलते हैं वरदान माता कात्यायनी का व्रत और विधि विधान से की गई पूजा पाठ आने वाली सभी बाधाओं को दूर करती है माना जाता है जब देवताओं ने मां कात्यानी से प्रार्थना की तो मां ने महिषासुर से युद्ध किया और युद्ध के बाद जब मां थक गई तो मां ने शहर युक्त पान खाया इस कारणवश मां को शहर युक्त पान का भोग अति प्रिय है शास्त्रों के अनुसार यह भी माना जाता है कि जो भक्त माता को पांच प्रकार की मिठाई व शहद का भोग लगाकर कुंवारी कन्याओं को प्रसाद बांटते हैं ऐसे भक्तों की आय में किसी प्रकार की बाधा नहीं आती और व्यक्ति अपनी योग्यता के अनुसार धन अर्जित करने में सफलता पूर्वक कार्य करता है मां दुर्गा के सभी रूपों की अलग-अलग विशेषताएं हैं सभी रूप मां के हैं जो भी भक्त नवरात्रों में नौ देवियों की विधि विधान से पूजा करते है वह भक्त संसार की सभी सुख प्राप्त करते है जय माता कात्यानी