सीएम धामी ने कहा कि हमें अपने बुजुर्ग कार्यकर्ताओं से राष्ट्र सेवा एवं राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा मिलती है🙏🚩🕉️🫡

देहरादून#BHVN……….. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमें अपने बुजुर्ग कार्यकर्ताओं से राष्ट्र सेवा एवं राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा मिलती है। हमारे इन महान कार्यकताओं के अथक परिश्रम के बल पर आज भारत ही नही विश्व का बडा संगठन खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह हमारे वरिष्ठ लोगों के प्रताप का फल है कि आज उन जैसा सामान्य कार्यकर्ता उत्तराखण्ड़ के मुख्य सेवक के रूप में कार्य कर रहा है। सर्वे चैक स्थित आई.आर.डी.टी. सभागार में भाजपा द्वारा आयोजित विचार यात्रा संगोष्ठी में सांसद नरेश बंसल, भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, विधायक खजान दास आदि ने भी सम्बोधित कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को युवा मुख्यमंत्री के रूप में उनके द्वारा राज्य हित में लिये जा रहे निर्णयों की जमकर सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री के कार्यों को अन्य राज्यों के लिये भी प्रेरणादायी बताया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 101 बुजुर्ग कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा उनका आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्व. डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी व स्व. पं.दीनदयाल उपाध्याय का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने ‘राष्ट्रवाद’ और ‘अंत्योदय’ को परम कर्तव्य मानने का विचार हमें दिया।
उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी कश्मीर को भारत से अलग मानने के भी घोर खिलाफ थे और उन्होंने पहले दिन से ही धारा-370 का विरोध किया था। जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाने हेतु उन्होंने नारा भी बुलंद किया और कहा कि “एक देश में दो निशान, दो प्रधान दो विधान नहीं चलेंगे”। आज उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर से धारा-370 को समाप्त करने का महान कार्य किया है। जनसंघ के माध्यम से ही देश को स्व. पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के रूप में एक महान विचारक और प्रखर राष्ट्रवादी नेता भी प्राप्त हुए। उनके द्वारा दिया गया ‘अंत्योदय’ और ‘एकात्म मानववाद’ का सिद्धांत आज भी मानवीय विकास का सबसे उपयुक्त विचार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जब पार्टी के प्रथम अधिवेशन में – अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा’ कहा तो उसी क्षण यह तय हो गया था कि यही दल भविष्य में ष्एक नए भारतष् का निर्माण सुनिश्चित करेगा। आज अटल जी के ये शब्द पूर्ण रूप से सत्य साबित हुए हैं और देश के एक बड़े भाग पर जन-संतुष्टि रुपी कमल खिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम भारत के इकलौते ऐसे राजनीतिक दल हैं जो हर स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों पर विश्वास रखता है। ये जनसंघ या भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है कि एक सामान्य सा कार्यकर्ता भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को प्राप्त कर पाता है और एक गरीब परिवार से आने वाला सामान्य कार्यकर्ता प्रधान सेवक या मुख्य सेवक बन सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में पहली बार भाजपा ने वोट बैंक की राजनीति को टक्कर देने का साहस किया और इसके नुकसान देश को समझाने में सफलता प्राप्त की। वोट बैंक की राजनीति को दरकिनार करते हुए हमारी सरकारों द्वारा किए गए विकास कार्यों के कारण ही आज हमें प्रत्येक क्षेत्र में जनता का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है। आज दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, किसानों, नौजवानों के साथ ही जिस तरह महिलाएं हमारे पक्ष में मजबूती से खड़ी हुई हैं, वो अपने आप में एक नए युग के प्रारंभ होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है। हमारे लिए राजनीति और राष्ट्रनीति साथ-साथ चलते हैं। हम राजनीति से राष्ट्रनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। देश में अब वो दिन दूर नहीं जब केवल राष्ट्रभक्ति ही राजनीति की प्रथम आवश्यकता होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक पद्धतियों का समूचे विश्व में मान बढ़ रहा है। यह हमारा सौभाग्य है कि आज हम सभी प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में देश में किए जा रहे महान कार्यों के साक्षी हैं। चाहे वो कश्मीर से धारा 370 हटाना हो, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो, तीन तलाक की समस्या का समाधान हो या फिर उत्तर पूर्व के प्रदेशों को देश की मुख्यधारा से जोड़ने का महान कार्य हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कई ऐतिहासिक कार्य किए हैं। आज हम सभी एक नए भारत, समृद्ध भारत और शक्तिशाली भारत के अपने सपने को पूरा होते हुए देख पा रहे हैं। इस अवसर पर जिन्हें सम्मानित किया गया उनमें सत्यवती घोष, दीपा शाह, देवप्रकाश, नरेंद्र मित्तल, विनोद भल्ला, हरिओम ओमी, सुशीला बलूनी, योगेन्द्र कोहली, प्रभाकर उनियाल, चमन लाल वाल्मिकी, रूप सिंह कठैत, विजय श्रेय, सूरज भाटिया, विनोद शर्मा, रविन्द्रनाथ कौशिक आदि प्रमुख थे।