केंद्र में एक ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ऐतिहासिक कार्यों के लिए अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बता जा रहा वहीं भाजपा में अंदरूनी खींचातानी मैं विपक्षी पार्टियों को मिला हथियार पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के बयानों को लेकर भाजपा खुद कठघरे में


देहरादून#BHVNधामी सरकार में लगातार एक के बाद एक उत्तराखंड के विकास में हो रहे कार्यों से जहां एक ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने कार्यों से जनता के दिलों में बना चुके अलग पहचान केंद्र में भी सीएम धामी के कार्यों की सराहना करते पीछे नहीं हट रहे वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के दो पूर्व मुख्यमंत्री के बयानों से उत्तराखंड की सरकार में मचा बवाल एक तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के विकास को लेकर किए बड़े बड़े फैसले जहां एक ओर नकल विरोध मैं कड़े कानून बनाना व अन्य महत्वपूर्ण फैसले जो उत्तराखंड के विकास में 1 मील का पत्थर साबित होंगे

ऐसे में जब भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री ही अपनी सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आ रहे जो धामी सरकार के कामकाज करने के तरीके पर उठा रहे हैं सवाल अब ऐसे में विपक्षी पार्टियों को कितना मिलेगा इस अंदरूनी खींचातानी का फायदा
अपनों के विरोध में विपक्ष को मिला 20% कमीशन वाला हथियार
देहरादून पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा सत्ता में आने के बाद भी उत्तराखंड की सियासत गर्म है पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत ने कुछ ऐसे बयान दिए जिससे सरकार के कामकाज करने के तरीके पर सवाल उठ रहे हैं दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने भ्रष्टाचार को लेकर कड़े बयान दिए हैं ये ऐसे बयान हैं जिनसे राज्य सरकार की काम करने का तौर तरीका कठघरे में खड़ा हो गया है पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जहां भ्रष्टाचार को राज्य के लिए दीमक बता दिया है तो वहीं पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने सरकारी योजनाओं से जुड़े विकास कार्यों में 20% कमीशन देने तक की बात तक कह दी है दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के बयान ऐसे समय में आए हैं
जहां एक ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ऐतिहासिक कार्यों को अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बताया जा रहा है वही अपने ही पूर्व मुख्यमंत्रियों के बयानों पर क्या असर होगा भाजपा में अब ऐसे मैं दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के बयान से ऐसा सियासी बवाल मचा है की जिसकी आंच दिल्ली तक पहुंच गई आपको बता दें कि पिछले दो दिनों के भीतर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत को केंद्रीय नेतृत्व से बात भी करनी पड़ी है

सूत्रों के मुताबिक दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने अपनी कही बात को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की बात कही है यही नहीं पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर आए वही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दोनों नेताओं से मुलाकात की है साथ ही मामले को लेकर राष्ट्रीय महामंत्री संगठन और प्रदेश प्रभारी से भी मुलाकात की माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ सरकार और राज्य के बीजेपी संगठन से भी रिपोर्ट तलब की है सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस मसले पर सवाल पूछने पर जवाब दिया कि उनकी सरकार राज्य में भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार कर रही है सीएम धामी ने कहा है कि भ्रष्टाचारी कितना ही पावरफुल क्यों ना हो वह जेल ही जाएगा