पूर्व सैनिक सम्मान 25 सैनीकों को किया सम्मानित

स्वामी विवेकानन्द सेवा संस्थान, देहरादून कैप्टन भूपाल सिंह, cap एच पी पुरोहित, cap तीरथ सिंह केप जगजीत सिंह, पैरा कमांडो शमशेर सिंह बिष्ट

हमारे देश के गौरव के प्रतीक गणतंत्र दिवस तथा वसंत पंचमी के अवसर पर स्वामी विवेकानंद सेवा संस्थान के महर्षि वाल्मीकि शिक्षा संस्कार केंद्र प्रेमनगर में एक भव्य कार्यक्रम अपने देश की शान : पूर्व सैनिकों का सम्मान स्वरूप आयोजित किया गया. कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि मेजर जनरल (सेवानिवृत) आनंद सिंह रावत और देहरादून कैंट क्षेत्र की माननीय विधायक सविता कपूर जी रहे.

कार्यक्रम का संचालन कर रहे संस्थान के संयुक्त सचिव एवम् आजके कार्यक्रम के संयोजक श्री गुलशन माकिन जी ने मंचासीन अतिथियोँ के स्वागत परिचय कराया तथा इसके बाद कार्यक्रम का शुभारंभ अपनी परंपरा के अनुसार मां सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन के साथ मंचासिन अतिथियो के कर कमलों से संपन्न किया गया.

इसके बाद महृषि वाल्मीकि केंद्र के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की अत्यन्त सुन्दर प्रस्तुतियां दी गईं , जिनका स्वागत और सराहना समस्त उपस्थित अतिथियों तथा उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा लगातार तालियां बजाकर किया गया.

संस्थान के उद्देश्य तथा इसकी गतिविधियों का विस्तृत परिचय महासचिव हरीश कटारिया द्वारा दिया गया. अपने समाज के वंचित वर्ग के बच्चों की शिक्षा के लिए पिछले 17 वर्षों से संस्कार युक्त शिक्षा का संस्थान द्वारा किया जा रहा है. संस्थान द्वारा संचालित किए जा रहे विभिन्न शिक्षण केंद्रो के माध्यम से इस समय लगभग 200 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं. जिन्हे समय समय पर किताबें,स्टेशनरी, गर्म कपड़े, जुराब, ट्रेक सूट आदि भी दिए जाते हैं. शिक्षण केंद्रो के शिक्षकों और व्यस्थापक तथ्य केंद्र प्रभारी बहुत मेहनत और लगन से इन बच्चों की सर्वांगीण प्रगति का ध्यान रखते हैं. हमारे केंद्रों पर शिक्षित किए जा रहे बच्चे 75% से 100% तक अंक प्राप्त कर रहे हैं. जिन्हे छात्रवृत्ति भी दी जाती है तथा कुछ बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए पालक योजना भी चलाई जा रही है. एक स्पष्ट उद्देश्य और विजन से कार्य करने का परिणाम यह है कि 11 बच्चे उच्च तथा तकनीकी शिक्षा प्राप्त करके आज अच्छी कंपनियों में job कर रहे हैं. केवल बच्चों की शिक्षा ही नहीं, अन्य सामाजिक कार्यों में संस्थान हमेशा अग्रसर रहता है जिसका उदाहरण कोरोना के विकट समय मे संस्थान द्वारा साढ़े पांच हज़ार परिवारों तक दोनो समय का ताज़ा भोजन निशुल्क पहुंचाया गया तथा सेवा भावी 14 डॉक्टर्स की टीम का गठन करके whtsp के माध्यम से रोगों का निदान कराने में सहायता दी गई. संस्थान का इस वर्ष वृक्षारोपण कार्यक्रम इन्ही डॉक्टर्स के सेवाभाव के सम्मान स्वरुप उन्ही के कर कमलों से किया गया. इसके अतिरिक्त निर्धन कन्या विवाह, स्वच्छता अभियान तथा समय समय पर मतदाता जनजागरण अभियान भी चलाया जाता है.

संपूर्ण कार्यक्रम का अत्यन्त सफल संचालन कर रहे संस्थान के संयुक्त सचिव गुलशन माकिन जी ने इसके बाद उपस्थित 25 पूर्व सैनिकों का स्वागत एवम् परिचय कराते हुए मंचासीन अतिथियों के करकमलों से तिरंगा अंगवस्त्र तथा सम्मान चिन्ह प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया. इससे बाद एक बार फिर से सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम महर्षि वाल्मीकि केंद के बच्चों द्वारा मचाई गई जिसकी भूरि भूरि प्रशंसा बड़ी संख्या में उपस्थित जनसमुदाय द्वारा की गई.

आजके कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्टीय स्वयं सेवक संघ देहरादून विभाग के संपर्क प्रमुख श्री विशाल जिंदल ने आज के समय में संघ की सेवाभावना और स्वामी विवेकानंद जी के विचारों के अनुरुप चलाए जा रहे निधन वर्ग के बच्चों के लिए चलाए जाने वाले सेवा कार्यों की आवश्यकता पर बल देते हुए समाज के हर वर्ग को जोड़ने का आह्वान किया. जिससे कि आने वाले समय में सभी को समान अवसर देते हुए गरीब अमीर का भेद खत्म किया जा सके और एक संपन्न सुखी सर्व समाज का निर्माण किया जा सके.

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मेजर जनरल आंनद सिंह रावत जी ने अपने उद्बोधन में संस्थान द्वारा आयोजित सैनिक सम्मान समारोह की प्रशंसा करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया और सैनिकों की प्रतिष्ठा के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया तथा बच्चो द्वारा प्रस्तुत सभी कार्यक्रमों का नाम लेकर उल्लेख करते हुए मऋषि वाल्मीकि केंद्र की संचालिका श्रीमति पारुल विश्नोई तथा अन्य शिक्षिका बहनों का अभिन्नदन करते हुए बधाई दी और इन्हें सम्मानित भी किया और बच्चों के सुखद भविष्य के लिए आशीर्वचन भी दिए.

कार्यक्रम का समापन संस्थान के अध्यक्ष के के अरोड़ा जी के धन्यवाद ज्ञापन और तत्पश्चात जलपान तथा राष्ट्रीय गीत गायन के साथ किया गया.।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी की महानगर महिला मोर्चा उपाध्यक्ष मधु जैन एवं आईटी विभाग के महानगर संयोजक सचिन जैन जी रहे