मनुष्य को हमेशा कर्मयोगी होना चाहिए। संतों व गुरुओं की वाणी मनुष्य को सत्मार्ग, कर्मयोगी: महामंडलेश्वर स्वामी हरी चेतनानंद जी महाराज

चंडीगढ़ (देहरादून) हरिद्वार के सुप्रसिद्ध संत, महामंडलेश्वर स्वामी हरी चेतनानंद जी महाराज ने चंडीगढ़ के पंचकूला में ज्योति दिवस कार्यक्रम में विशाल संत समागम को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान व अध्यात्म से जुड़कर ही मनुष्य का कल्याण है। मनुष्य को हमेशा कर्मयोगी होना चाहिए। संतों व गुरुओं की वाणी मनुष्य को सत्मार्ग, कर्मयोगी, वह भगवान के निकट जाने के साथ मनुष्य को उसके कल्याण के मार्ग की दिशा भी दिखाती है।