
परम पूज्य संस्कार प्रणेता ज्ञानयोगी जीवन आशा हॉस्पिटल प्रेरणा स्तोत्र उत्तराखंड के राजकीय अतिथि आचार्य श्री 108 सौरभ सागर जी महामुनिराज के मंगल सानिध्य में आज 12 जुलाई प्रातः 6.15 बजे से जिनेन्द्र भगवान् का अभिषेक कर शांतिधारा की गयी। इसके पश्चात संगीतमय कल्याण मंदिर विधान का आयोजन किया गया। विधान मे उपस्थित भक्तो ने बड़े भक्ति भाव के साथ 23वे तीर्थंकर चिंतामणि भगवान पार्श्वनाथ की आराधना की। आज के विधान के पुण्यार्जक सौरभ सागर युवा समिति रही।
भगवान पार्श्वनाथ की भक्ति आराधना दिनांक 30 जुलाई तक निरंतर पूज्य आचार्य श्री के मंगल सानिध्य में इसी प्रकार से होगी। 31 जुलाई भगवान पार्श्वनाथ निर्वांण महोत्सव श्री सम्मेद शिखरजी की कृतिम रचना कर मनाया जाएगा।
पूज्य आचार्य श्री ने प्रवचन मे कहा कि युवा वर्ग देश का भविष्य है परन्तु आधुनिकता के इस युग में युवा पीढ़ी भटक रही है। हमको चाहिए कि हम युवा पीढ़ी को धर्म की और प्रेरित करे जिससे समाज एव देश का विकास हों।____________मधु जैन
मीडिया कोऑर्डिनेटर
देहरादून जैन समाज