

देहरादून 21/6/2925 ______रेस कोर्स पुलिस लाइन में आयोजित 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और मंत्री सुबोध उनियाल उपस्थित रहे इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि योग भारत की चेतना और विरासत का केंद्र है और इसे भारत की सॉफ्ट पावर का भी सशक्त उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि योग एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से, एक समुदाय को दूसरे समुदाय से और एक देश को दूसरे देश से जोड़ने का काम करता है।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
- राष्ट्रपति की उपस्थिति: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देहरादून में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ किया।
- राज्यपाल की भूमिका: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने योग के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि योग शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने की प्रक्रिया है।
- मंत्री सुबोध उनियाल का योगदान: मंत्री सुबोध उनियाल ने उत्तराखंड की योग नीति 2025 की विशेषताएं और लक्ष्य बताए, जिसमें योग उद्यमिता और अनुसंधान हब बनाने की योजना है।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया और योग के माध्यम से अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदलने का संकल्प लिया। उत्तराखंड सरकार ने इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी का योगदान:


भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी ने इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस कार्यक्रम में रेड क्रॉस के डॉक्टर एम एस अंसारी, कल्पना बिष्ट, योगेश मोहन खत्री,अग्रवाल, डॉ. मनोज गोविल,अनिल वर्मा, प्रेमलता वर्मा, रेणु सेमवाल आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य:
इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को योग के महत्व के बारे में जागरूक करना और उन्हें नियमित रूप से योग करने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया और योग के माध्यम से अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदलने का संकल्प लिया।