हीट स्ट्रोक पर विशेषज्ञ फिजिशियन डॉ. वी.डी सेमवाल जी की सलाह🌞

हीट स्ट्रोक (लू लगना) क्या है?

जब शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है (40°C या उससे अधिक), और शरीर की कूलिंग प्रणाली (पसीना आदि) ठीक से काम नहीं करती, तब हीट स्ट्रोक हो सकता है। यह स्थिति जानलेवा हो सकती है।


लक्षण (Symptoms)

शरीर का तापमान बहुत बढ़ जाना (40 डिग्री सेल्सियस या अधिक)

सिर दर्द,,,,,,चक्कर आना

अत्यधिक पसीना आना या कभी-कभी पसीना आना बंद हो जाना,,,,,,,,त्वचा का लाल, गर्म और सूखा हो जाना

मांसपेशियों में कमजोरी या ऐंठन,,,,,,,मतली और उल्टी,,,,,,,,तेज़ और तेज़ी से धड़कता हृदय (धड़कन तेज हो जाना),,,,,,,,बेहोशी आना या भ्रम होना

बोलने में कठिनाई, दौरे आना

बचाव (Prevention)

धूप में निकलने से बचें, खासकर दोपहर 12 से 4 बजे के बीच।,,,,,,हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें।,,,,,,खूब पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें।,,,,,छांव में रहें या ठंडी जगह पर रुकें।,,,,,,,,शराब और कैफीन से परहेज करें।,,,,,,,,,धूप में सिर को ढककर रखें (टोपी, गमछा आदि से)।,,,,,,,,,,बड़ों, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।


उपचार (Treatment)

रोगी को तुरंत ठंडी और छायादार जगह पर ले जाएँ।,,,,,,,,कपड़े ढीले करें और शरीर को गीले कपड़े से पोंछें।,,,,,,,अगर संभव हो तो ठंडे पानी से स्नान कराएं।,,,,,,,,बर्फ के टुकड़े गीले कपड़े में लपेट कर गर्दन, बगल और जांघों पर रखें।,,,,,,,,,रोगी को पानी या इलेक्ट्रोलाइट (ORS) पिलाएं (अगर बेहोश नहीं है तो ही)।

तेज़ी से अस्पताल या डॉक्टर के पास ले जाएँ, क्योंकि हीट स्ट्रोक इमरजेंसी है।

सावधानियाँ (Precautions)

मौसम के अनुसार दिनचर्या बनाएँ।,,,,,,,बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी लें।,,,,,,,,शरीर में पानी की कमी न होने दें।,,,,,,,,,बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों पर विशेष ध्यान दें।,,,,,,,,लंबे समय तक बंद गाड़ियों में न रहें।

—नोट:
हीट स्ट्रोक के मामलों में देर करना जानलेवा हो सकता है। तुरंत चिकित्सा सहायता लें।