रेड क्रॉस सोसाइटी देहरादून ब्रांच एवं कनिष्क सर्जिकल एवं सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता पर चर्चा का आयोजन

देहरादून_______ 29 मई 2025 – देहरादून में रेड क्रॉस सोसाइटी देहरादून ब्रांच एवं कनिष्क सर्जिकल सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में आज देहरादून में स्थित कनिष्क हॉस्पिटल में स्वास्थ्य जागरूकता पर एक महत्वपूर्ण चर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में फिजिशियन द्वारा डेंगू के बढ़ते प्रकोप और इससे बचाव के उपाय पर विस्तृत जानकारी दी गई।

कार्यक्रम के दौरान, कॉनिक हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने रेड क्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर डॉ. एमएस अंसारी, सुभाष चौहान, कल्पना बिष्ट को पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।

_____ डॉ. रज़ा की सलाह: हृदय को स्वस्थ रखने और हृदय के दौरे से बचाव पर महत्वपूर्ण जानकारी
हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखना हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉ. रज़ा ने हृदय को स्वस्थ रखने और हृदय के दौरे से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
नियमित व्यायाम करना हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। व्यायाम करने से हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलती है और रक्तचाप नियंत्रित रहता है।_______1.संतुलित आहार: एक संतुलित आहार जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल हों, हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है_______2.धूम्रपान और शराब से बचाव: धूम्रपान और शराब का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इनसे बचाव करने से हृदय रोगों के खतरे को कम किया जा सकता है।________3.तनाव हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। तनाव दूर करने के लिए योग, ध्यान और अन्य तकनीकों का उपयोग किया जा सकता
दिल के दौरे के लक्षण और प्राथमिक उपचार_______1.दिल के दौरे के लक्षण: दिल के दौरे के लक्षणों में सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, पसीना आना और उल्टी आना शामिल हो सकते हैं।_______2.तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें: यदि आपको दिल के दौरे के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर उपचार मिलने से हृदय क्षति को कम किया जा सकता है
हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण जानकारी:______1.हृदय रोगों के खतरे के कारक: हृदय रोगों के खतरे के कारकों में उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और धूम्रपान शामिल हैं।______2.हृदय स्वास्थ्य की जांच: नियमित हृदय स्वास्थ्य की जांच करवाने से हृदय रोगों का पता लगाया जा सकता है और समय पर उपचार किया जा सकता है।
डॉ. दीपेन पटेल की सलाह: डेंगू से बचाव और सावधानियां_______
डेंगू से बचाव के तरीके:________1.मच्छरों से बचाव: मच्छरों से बचाव के लिए घर के आसपास साफ-सफाई रखें और मच्छरों को पनपने न दें।_______2.मच्छरदानी का उपयोग: सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगाएं
डेंगू के लक्षण और उपचार_____1.डेंगू के लक्षण: डेंगू के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और चकत्ते शामिल हो सकते हैं।_______2. यदि आपको डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें_____3. डेंगू के इलाज के दौरान पूरा आराम करें और डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
डेंगू से बचाव के लिए महत्वपूर्ण जानकारी:_______मच्छरों के प्रजनन को रोकें: मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए घर के आसपास साफ-सफाई रखें और पानी जमा न होने दें_______डेंगू के बारे में जागरूकता बढ़ाएं: डेंगू के बारे में जागरूकता बढ़ाने से इसके खतरे को कम किया जा सकता है।
डॉ. संदीप दथिक ने ऑर्थोपेडिक्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने हड्डियों और जोड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के तरीकों पर चर्चा की और बताया कि कैसे लोग ऑर्थोपेडिक समस्याओं से बचाव कर सकते हैं।
हड्डियों को स्वस्थ बनाने के लिए:_____1.नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।_____2.संतुलित आहार: एक संतुलित आहार जिसमें कैल्शियम और विटामिन डी शामिल हों, हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।________3.धूम्रपान और शराब से बचाव: धूम्रपान और शराब का सेवन हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
जोड़ों को स्वस्थ बनाने के लिए:_______1.नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना जोड़ों को लचीला और मजबूत बनाने में मदद करता है।______2.योग और स्ट्रेचिंग: योग और स्ट्रेचिंग करने से जोड़ों की लचीलापन बढ़ता है और दर्द कम होता है।________3.वजन प्रबंधन: वजन प्रबंधन करना जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अधिक वजन जोड़ों पर दबाव डालता है।
ऑर्थोपेडिक समस्याओं से बचाव के लिए:_________चोटों से बचाव: चोटों से बचाव के लिए सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें और खतरनाक गतिविधियों से बचें।________नियमित जांच: नियमित जांच करवाने से ऑर्थोपेडिक समस्याओं का पता लगाया जा सकता है और समय पर उपचार किया जा सकता है
इस अवसर पर रेड क्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारी, सदस्य और डॉक्टर उपस्थित रहे। इनमें डॉ. एमएस अंसारी, सुभाष चौहान, कल्पना बिष्ट, मोहन खत्री, योगेश अग्रवाल, अनिल वर्मा, प्रेम लता वर्मा, जीतेंद्र बोतिया, डॉ. शिफात अंसारी, ज़ाहिद हसन, संजू धीमान, डॉ. मिनाक्षी उनियाल, डॉ. पीके गोयल, मनोज गोविल, सुधा चौहान, भूपेंद्र धीमान, सुशील वर्मानी, अनामिका सोनी, गुप्ता नारायण सिंह राणा, डॉ. गौरव खुशाल, नंद लाल सलियाल, इसरत हबीब, रेणु सेमवाल आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
भविष्य की योजनाएं:________रेड क्रॉस सोसाइटी देहरादून ब्रांच और कनिष्क सर्जिकल एवं सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे, ताकि समुदाय में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ सके और लोग स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित हो सके________
रेड क्रॉस सोसाइटी देहरादून ब्रांच
कनिष्क सर्जिकल एवं सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल