बोल पहाड़ी हल्ला बोल नारों से गूंजा गैरसैंण…प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ जबर्दस्त आक्रोश

ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की सड़कों पर आज ‘ बोल पहाड़ी हल्ला बोल’ के नारों से गूंज उठा। आज ऐसा लगा कि हम 1994 के उस दौर में एक बार फिर पहुंच चुके हैं । आज की रैली में बड़ी संख्या में मात्र शक्ति और युवा शक्ति सड़कों पर दिखाई दिए । पहाड़ी स्वाभिमान रैली में हजारों की संख्या में उमड़े जनसैलाब को देखते हुए लगता है कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ जो आक्रोश लोगों में है वह थमता दिखाई नहीं दे रहा है। आंदोलनकारियों के निशाने पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के अलावा विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ,कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल आदि के खिलाफ लोगों में भारी आक्रोश दिखाई दिया।
आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के मुख्य बाजार से निकली यह विशाल रैली, बोल पहाड़ी हल्ला बोल ‘आदि नारों के साथ गैरसैंण के रामलीला मैदान में विभिन्न संगठनों की आवाज से’पहाड़ी स्वाभिमान रैली’ में आक्रोश दिखाई दिया। आज की रैली में उम्मीद से ज्यादा संख्या में लोग एकत्रित हुए । सभी ने एक स्वर में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के खिलाफ नारेबाजी की, लोगों में बहुत आक्रोश दिखाई दिया। रैली को सफल बनाने के लिए सोशल मीडिया में जिस तरह जाने-माने लोग गायक गढ़ रतन नरेंद्र सिंह नेगी ने लोगों से इस रैली में पहुंचने का आह्वान किया था ,इसका असर भी गैरसैंण में आज की रैली में देखने को मिला। विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग आज इस’ पहाड़ी स्वाभिमान रैली’ का हिस्सा बने। कार्यक्रम के संयोजक राज्य आंदोलनकारी सुरेश कुमार बिष्ट के अनुसार आज की रैली में उत्तराखंड सम्मान मंच के बैनर तले पहुंचे हजारों की संख्या में लोगों ने एक स्वर में धामी सरकार को खड़ा संदेश देते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान से पुरे पहाड़ में भारी आक्रोश है लोग आहत हैं। लेकिन धामी सरकार अपने इस गालीबाज नेता को मंत्रिमंडल में से बर्खास्त करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। उल्टा भाजपा के बड़े नेता धमकाने और‌ गलत बयानबाजी कर आग में घी डालने जैसा काम कर रहे हैं। जिसकी हम निंदा करते हैं। वक्ताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार उत्तराखंड के स्वाभिमान की रक्षा नहीं कर सकती तो उसे सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। आज की इस स्वाभिमानी रैली में राजनीतिक दल उक्रांद, कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ता, मूल निवास भू -कानून संघर्ष समिति, महिला सशक्तिकरण संगठन, जनकल्याण सेवा मंच गौचर, गेवाड संघर्ष समिति चौखुटिया, पूर्व सैनिक संगठन, चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति गैरसैंण, टैक्स यूनियन गैरसैंण, व्यापार संघ मेहलचोरी, व्यापार संघ गैरसैंण, व्यापार संघ जिला चमोली, आदि से जुड़े कार्यकर्ताओं के अलावा राज्य के विभिन्न क्षेत्र से आए विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग मौजूद रहे।

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