श्री नरेन्द्र मोदी के शीतकालीन यात्रा के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर उत्तरकाशी जिले के हर्षिल-मुखवा क्षेत्र में तेजी से तैयारियां की जा रही है

उत्तरकाशी, 13 फरवरी 2025_________प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के शीतकालीन यात्रा के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर उत्तरकाशी जिले के हर्षिल-मुखवा क्षेत्र में तेजी से तैयारियां की जा रही है। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए इस क्षेत्र को सजाया-संवारा जा रहा है और युद्ध स्तर पर सड़कों व पार्किंग के निर्माण के साथ ही अन्य तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है। हर्षिल स्थित सेना के हेलीपैड तक बनाई जा रही सड़क के फिनिशिंग का काम भी अंतिम चरण में है और आज प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर चल रही तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट आज अपने वाहन से ही इस हेलीपैड तक पहॅुंचे। सड़क न होने के कारण सेना के द्वारा संचालित इस हेलीपैड के लिए अभी तक पैदल ही आवागमन करना पड़ता था। सामरिक रूप से अत्यधिक महत्वपूर्ण सीमांत क्षेत्र के इस हेलीपैड के अब सड़क से जुड़ जाने के फलस्वरूप जहां सेना को काफी सहूलियत होगी वहीं अतिविशिष्ट-जनों का आवागमन भी सुविधाजनक हो जाएगा।_______प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दौरे को देखते हुए गंगाजी के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा गांव में गंगा मंदिर की साज-सज्जा करने के साथ ही गांव के प्राचीन भवनों को संवारने का काम किया जा रहा है। मुखवा में मंदिर के पैदल मार्ग को नए सिरे से बनाने के साथ ही मंदिर के लिए सीढी का निर्माण कराया गया है। यह सभी काम अंतिम चरण में है। प्रधानमंत्री यहां पर पूजा-अर्चना करने के बाद हिमालय और हर्षिल घाटी के मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य का अवलोकन कर सकें, इसके लिए मंदिर परिसर में ही व्यू-प्वाइंट बनाया जा रहा है। मुखवा तक सड़क मार्ग को सुधारने व सुरक्षित बनाने के लिए अनेक कार्य कराए जा रहे हैं और गांव में पार्किंग का निर्माण भी अंतिम चरण में है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने इन तमाम कार्यों का आज मौके पर जाकर निरीक्षण किया और अधिकारियों को पूरी तत्परता व गुणवत्ता से सभी कार्य अविलंब पूरा करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने पार्किंग स्थल पर स्मार्ट टॉयलेट बनाने के साथ ही पार्किंग की तरफ से मंदिर को जाने वाले पैदल मार्ग का सुधार किए जाने के भी निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने मंदिर परिसर का निरीक्षण करने के साथ ही गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मानंद सेमवाल तथा सचिव सुरेश सेमवाल एवं पंडा-पुजारियों के साथ बैठक कर प्रस्तावित कार्यक्रम की रूपरेखा व व्यवस्थाओं को लेकर विचार-विमर्श किया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के आगमन पर मुखवा को भव्य तरीके से सजाया-संवारा जाएगा। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री के स्वागत को लेकर मंदिर समिति व ग्रामीणों के द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि इस ऐतिहासिक मौके पर ग्रामीण प्रधानमंत्री के सम्मान में पारंपरिक नृत्यों की प्रस्तुति देने की तैयारी में भी जुटे हैं। प्रधानमंत्री के प्रस्तावित भ्रमण को लेकर मुखवा गांव में उत्साह और उत्सव का माहौल है।______जिलाधिकारी ने हर्षिल में चल रहे कार्यों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह निरंतर यहीं कैंप कर सभी कार्यों को युद्ध स्तर पर पूरा करवाएं और निरंतर तैयारियों व व्यवस्थाओं की निगरानी करते रहें। जिलाधिकारी ने कहा कि उच्चाधिकारियों के द्वारा जल्द ही यहां आकर निरीक्षण किया जाएगा लिहाजा सभी काम एक सप्ताह के अंतर्गत पूरे कर लिए जांय। जिलाधिकारी ने हर्षिल में कार्यक्रम स्थल, सड़क, पार्किंग आदि के कार्यों का निरीक्षण करने के साथ ही इस क्षेत्र की विद्युत व पेयजल आपूर्ति व्यवस्था, सफाई तथा टायलेट्स निर्माण के कार्यों का भी जायजा लिया और सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान उपजिलाधिकारी भटवाड़ी मुकेश चंद रमोला एवं उप उपजिलाधिकारी पुरोला गोपाल सिंह चौहान तथा अधीक्षण अभियंता लोनिवि हरीश पांगती सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।______उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था में भी महिलाओं को बड़ा योगदान है। नाबार्ड ने महिलाओं को सशक्त बनाने तथा उनके लिए सतत आजीविका सृजित करने के लिए 177 प्रशिक्षण कार्यक्रम किये गए जिसमें लगभग 7800 स्वयं सहायता समूह/ जेएलजी सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें अपने व्यव्साय करने के लिए प्रेरित किया गया और महिलाओं ने समूह के माध्यम से अपने जीवन को नई दिशा दी है। स्वयं सहायता समूहों एवं अन्य कारीगरों को बाजार उपलब्ध कराने हेतु नाबार्ड द्वारा जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अनेक प्रदर्शनी सह बिक्री मेलों के आयोजन किये गए हैं । साथ ही ग्राम स्तर पर ग्रामीण हाट, ग्रामीण मार्ट एवं विपणन वैन की सहायता से उत्पादों की बिक्री में वृद्धि के लिए सहायता प्रदान की गई है।
वित्तीय समावेशन के तहत बैंकिग सुविधाओं के प्रति लोगों को जागरूक किया गया है तथा जिन गाँवों में बैंकिंग सुविधा नहीं है वहाँ सुविधा पहुँचाने के लिए सहकारी बैंकों को मोबाइल डैमो वैन एटीएम की सुविधा सहित दी गई है।
स्टेट फोकस पेपर राज्य सरकार को नीतिगत पहलों और वर्ष 2025-26 के लिए बजट की प्राथमिकता के निर्धारण में उपयोगी होगा, जो ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के संतुलित विकास को सुनिश्चित करने के साथ-साथ बैंकरों को भी वर्ष 2025-26 के लिए प्राथमिकता क्षेत्र के अंतर्गत ऋण कार्यक्रमों को अंतिम रूप देने में मदद करेगा।
सेमिनार में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतुड़ी, उत्तराखंड सरकार एवं अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, उत्तराखंड सरकार, डॉ. एस एन पांडे, कृषि सचिव, भारतीय रिजर्व बैंक की महाप्रबंधक सुश्री दीप्ति अग्रवाल, राज्य स्तरीय बैंकर समिति के संयोजक भारतीय स्टेट बैंक के महाप्रबंधक श्री दीपेश राज, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष श्री हरिहर पटनायक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के उप महाप्रबंधक श्री विनोद कुमार, बागवानी विभाग के संयुक्त निदेशक श्री सुरेश राम आदि उपस्थित रहे.
इस अवसर पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, निजी बैंक, बीमा कंपनियाँ, सरकारी विभाग, कृषि विश्वविद्यालयो, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक, जिला सहकारी बैंकों के प्रतिनिधि एवं कृषक उत्पादक संगठनों के सदस्यों ने भी प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, राज्य सहकारी बैंक, 02 जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक तथा 02 कृषक उत्पादक संगठनों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया.

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