मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को खुरपिया फार्म में निर्माणाधीन एम्स सैटेलाइट सेन्टर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था एवं सीपीडब्लूडी के इंजीनियरों से निर्माण कार्य की जानकारियां ली।______कार्यदायी संस्था द्वारा अवगत कराया गया कि एम्स किच्छा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के मानकों के अनुसार 100 एकड़ भूमि में 351 करोड़ की लागत से 280 बैड का प्री-फैब्रिकेटेड चिकित्सालय बनाया जा रहा है। जिसमें अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आईसीयू, ओपीडी, आईपीडी, नर्सिंग हॉस्टल, आवासीय भवन आदि बनायें जाएंगे। कार्यदायी संस्था के प्रबंधक द्वारा अवगत कराया गया कि एम्स का चाहरदीवारी का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, साथ ही अन्य कार्य भी तेजी से किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया ने एम्स में सड़क किनारों में पौधारोपण कराने के साथ ही उचित ड्रेनैज व्यवस्था भी रखी गयी है। कार्यदायी संस्था द्वारा बताया गया कि एम्स का निर्माण कार्य वर्ष 2025 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
_____मुख्यमंत्री ने एम्स के निरीक्षण के दौरान कार्य कर रहे श्रमिकों से भी वार्ता की व उनकी समस्या भी जानी। सभी ने संतोष प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि किच्छा में एम्स बन जाने पर हमारे यहा कि मरीजो को उपचार हेतु बाहर नहीं जाना पड़ेगा सभी सुविधाएं एक छत के नीचे एक ही चिकित्सालय में मिलेगी। उन्होने कहा यह हमारे लिए बहुत बड़ी सौगात है। इसके लिए उन्होने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एम्स परिसर में पौधारोपण भी किया गया।
_____निरीक्षण दौरान सांसद श्री अजय भट्ट, विधायक श्री शिव अरोरा, श्री तिलकराज बेहड़, जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार, ब्लाक प्रमुख ममता जल्होत्रा, दर्जा मंत्री अनिल कपूर डब्बू, उत्तम दत्ता, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, डॉ0 प्रेम सिंह राणा, डॉ0 शैलेन्द्र मोहन सिंघल, निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह, जिलाध्यक्ष कमल जिदंल, गुंजन सुखीजा, प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, महामंत्री अमित नारंग, मण्डलायुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, सीडीओ मनीष कुमार आदि उपस्थित थे।