समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है तो इसके लिए संगठन के पदाधिकारी ही जिम्मेदार है चाहे वह वर्तमान के हों या पूर्व के: श्री सुभाष चौहान

अपील…….*प्रदेश के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रणाम
साथियों वर्तमान में प्रदेश के अधिकांश जनपदों में जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलों के चुनाव हो रहे हैं, कुछ जनपदों में हो गये है तथा कुछ जनपदों में होने जा रहे हैं। मैंने अनुभव किया कि कुछ वर्षों से चुनाव को लेकर जबरदस्त संघर्ष चल रहा है,आपसी सौहार्द खत्म होता जा रहा है, चुनाव जीतने वाले हारने वालों को महत्व नहीं दे रहे और हारने वाले जीतने वालों के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं। यह स्थिति संगठन के लिए ठीक नहीं है ऐसी स्थिति में संगठन के कार्य प्रभावित होंगे जिसका खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। आप महसूस कर रहे होंगे कि जो ताकत वर्षों पूर्व संगठन की हुआ करती थी आज वैसी नहीं है, इस स्थिति के लिए आम शिक्षक जिम्मेदार नहीं हैं उन्होंने तो अपना दायित्व निभाकर पदाधिकारियों का चुनाव कर दिया इस उद्देश्य के साथ कि संगठन के पदाधिकारी शिक्षकों की समस्याओं के लिए संघर्ष करेंगे, लेकिन धरातल पर संघर्ष होता दिख नहीं रहा। अगर समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है तो इसके लिए संगठन के पदाधिकारी ही जिम्मेदार है चाहे वह वर्तमान के हों या पूर्व के।…….आज सोशल मीडिया का जमाना है कुछ भी किया तो उसकी फोटो ग्रुप में डाल दी , सूचना देना बहुत आसान हो गया है, सूचनाओं का आदान प्रदान करना आसान हो गया है, कल्पना कीजिए आज से 15-20 वर्ष पूर्व की जब ऐसा कुछ नहीं था उस समय किस तरह शिक्षकों को सूचना दी जाती रही होंगी, किस तरह आंदोलन चलाया जाता होगा ? लेकिन फिर भी उस समय के पदाधिकारियों ने ईमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन किया और जीत हासिल की।
मेरा प्रदेश के समस्त पदाधिकारियों से निवेदन है कि चुनाव के समय की बातों को वहीं तक सीमित रखें चुनाव संपन्न होने के बाद सभी पदाधिकारी मिलकर कार्य करें, जीतने वाले पदाधिकारी हारने वालों को अवश्य कार्यकारिणी में सम्मिलित करें। इससे निश्चित रूप से संगठन को मजबूती प्रदान होंगी।
आपने देखा होगा कि आपसी मतभेद इतने बढ़ गए हैं कि प्राथमिक शिक्षक संघ के कई वर्षों से प्रदेश के चुनाव नहीं हो पा रहे, राजकीय शिक्षक संघ के चुनाव भी समय समाप्त होने के कई वर्षों बाद बड़े संघर्ष के बाद हुए , यह स्थिति संगठन के लिए ठीक नहीं है।
तो आइए संगठन को मजबूत करने के लिए चुनाव के इस महान यज्ञ में अपने श्रम की समीधा, धैर्य की धूप, लक्ष्य की लौ से अस्तित्व की अग्नि प्रज्वलित करते हैं और कुछ नया, कुछ मौलिक कुछ बेहतर करने का संकल्प करते हैं।…सुभाष चौहान
राष्ट्रीय महामंत्री
पूर्व अध्यक्ष जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखंड

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