पैथोलॉजी की उन्नत तकनीक से रूबरू हुए प्रतिभागी

12-July-2024पैथोलॉजी की उन्नत तकनीक से रूबरू हुए प्रतिभागी
– एचआईएमएस जौलीग्रांट में आयोजित कांफ्रेंस में देशभर से शामिल हुए 120 प्रतिभागी
– शैक्षणिक कार्यक्रम में 20 प्रतिभागियों ने मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियां दी
डोईवाला। हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एचआईएमएस) जौलीग्रांट के पैथोलॉजी विभाग की ओर से कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस दौरान देश भर से आये विशेषज्ञ ने हेमेटोलॉजी के क्षेत्र में हुए नवीनतम बदलाव व तकनीक के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी।
हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के पैथोलॉजी व इम्यूनोहेमेटोलॉजी एवं ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कोगुलेशन और हेमेटोलॉजिकल मैलिग्नेंसी विषय पर कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने कहा किसी भी रोग के सही उपचार में पैथोलॉजिस्ट की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इसी के आधार पर रोगी का सही ईलाज किया जा सकता है। इसलिए पैथोलॉजिस्ट को हमेशा उन्नत तकनीक और नये बदलाव के प्रति जागरुक रहना चाहिए। एसआरएचयू के कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने इस तरह की कार्यशाला के आयोजन पर पैथोलॉजी विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। एचआईएमएस के प्रिंसिपल डॉ. ए.के. देवरारी ने पैथोलॉजी और ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के क्षेत्र में नवाचार की आवश्यकता पर जोर दिया। आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. स्मिता चंद्रा ने उपस्थित प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पैथोलॉजिस्ट के ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए आयोजित कांफ्रेंस में देश भर के प्रतिष्ठित संस्थानों से 120 प्रतिनिधि शामिल हुए। इस दौरान एचआईएमएस में पैथोलॉजी विभाग के संस्थापक सदस्य डॉ. वीपी पाठक को भी सम्मानित किया गया। सचिव डॉ. मानसी काला ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक कार्यक्रम के दौरान एचआईएमएस और विभिन्न संस्थानों के लगभग 20 प्रतिभागियों ने अपनी मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत दी। सीएमसी वेल्लोर से डॉ. सुकेश सी नायर, एसीटीआरईसी मुंबई से डॉ. प्रशांत टंेभारे, सर गंगाराम अस्पताल से डॉ. ज्योति कोटवाल, मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली से डॉ. सुचित्रा जैन ने हेमेटोलॉजी के विभिन्न पहलुओं व उन्नत तकनीक के बारे में उपस्थित प्रतिभागियों को जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ. दुष्यंत सिंह गौर, डॉ. मीना हर्ष, डॉ. अनुराधा कुसुम, डॉ. नादिया शिराज़ी, डॉ. मनीष रतूड़ी, डॉ. मेघाली ढेबाने शामिल, डॉ. यशस्वी धीमान, डॉ. मोनिका सिंह, डॉ. सुमित गर्ग आदि उपस्थित रहे।