उत्तरकाशी…..जिले में चारधाम यात्रा सुव्यवस्थित व सुचारू रूप से संचालित हो रही है। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्री सुव्यवस्थित तरीके के दर्शन कर रहे हैं। भीड प्रबंधन तथा ट्रैफिक के सुचारू संचालन हेतु यमुनोत्री मार्ग पर वाहनों को चिन्हित स्थानों पर कुछ समय के लिए रोकने के बाद नियंत्रित तरीके से आगे की यात्रा के लिए रवाना करवाया जा रहा है। जानकीचट्टी से यमुनोत्री के पैदल मार्ग पर भी श्रद्धालुओं की पैदल आवाजाही सुव्यस्थित और सुचारू बनी हुई है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आयुक्त गढ़वाल मंडल को निर्देशित किया गया था कि चार धाम यात्रा की सारी व्यवस्था ठीक कर ली जाए और समस्त हित धारकों से वार्ता कर समस्या का समाधान निकाला जाये।आयुक्त द्वारा अवगत कराया चार धाम की समस्त व्यवस्थाएं ठीक कर ली गई है।
गत दिन अक्षय तृतीया के पर्व से गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही बडी संख्या में श्रद्धालुजनों के आगमन सिलसिला शुरू हो गया है। जिसे देखते हुए प्रशासन एवं पुलिस के द्वारा भीड प्रबंधन तथा ट्रैफिक संचालन के लिए चरम यात्राकाल के दिवसों हेतु तय किए गए प्रबंध यात्रा के पहले दिन से ही लागू कर दिए हैं। यमुनोत्री धाम में बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुँचने के कारण श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा के लिए यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही को रेगुलेट करने के साथ ही जानकीचट्टी से यमुनोत्री पैदल मार्ग पर डडी-कंडी व घोडे खच्चरों को रोटेशन के अनुसार चलाया जा रहा है। इसके साथ ही यमुनोत्री पैदल मार्ग पर अत्यधिक भीड भाड वाले दिनों के लिए बनाये गए भंडेलीगाड के लगभग ढाई किमी लंबे वैकल्पिक वनमार्ग को भी पहले ही दिन से ही घोड़े-खच्चरों की एकतरफा जाने के लिए उपयोग में लाया गया है। इन प्रबंधों के चलते यमुनोत्री पैदल मार्ग श्रद्धालुओं की आवाजाही सुव्यवस्थित और सुचारू बनी हुई है। आज इस मार्ग पर जाम लगने जैसी कोई स्थिति पैदा नहीं हुई है।
पुलिस के द्वारा यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर संकरे व संवेदनशील स्थानों पर गेट व वनवे सिस्टम से यातायात संचालित किया जा रहा है। इसके लिए डामटा, दोबाटा, पालीगाड, रानाचट्टी एवं फूलचट्टी में एक तरफ के वाहनों को कुछ समय के लिए रोकने के बाद नियंत्रित तरीके से आगे की यात्रा के लिए खाना करवाया जा रहा है। जानकीचट्टी में नई पार्किंग के निर्माण एवं अतिक्रमण हटाए जाने के फलस्वरूप पार्किंग की व्यवस्था भी बेहतर हुई है।