स्वामी जी के पावन सान्निध्य में राष्ट्रपति और राज्यपाल, साध्वी ने, परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों और देश विदेश से आये परमार्थ परिवार के सदस्यों ने परमार्थ गंगा तट पर दिव्य भक्तिमय वातावरण में हरिनाम संकीर्तन और गंगा जी की आरती की

पूजा और विश्व शांति हेतु पवित्र यज्ञ में आहुति समर्पित की।
स्वामी जी के पावन सान्निध्य में राष्ट्रपति और राज्यपाल, साध्वी ने, परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों और देश विदेश से आये परमार्थ परिवार के सदस्यों ने परमार्थ गंगा तट पर दिव्य भक्तिमय वातावरण में हरिनाम संकीर्तन और गंगा जी की आरती की।
आज की संध्या का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। सभी देवभक्ति के साथ देशभक्ति के रंग मे ंरंग गये। पूरे परमार्थ गंगा तट पर देशभक्ति का अद्भुत उत्साह था। सभी भारत की राष्ट्रपति की गरिमामय उपस्थिति से अत्यंत प्रसन्न थे।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को हिमालय की हरित भेंट रूद्राक्ष का दिव्य पौधा, इलायची की माला और हनुमत महोत्सव के पावन अवसर पर श्री हनुमान जी की दिव्य प्रतिमा भेंट कर उनका अभिनन्दन किया। श्रीमती मुर्मू जी की शालीनता और राष्ट्र को समर्पित भावों को देखकर सभी गद्गद हो गये। राज्यपाल गुरमीत सिहं को रूद्राक्ष का दिव्य पौधा भेंट किया।