देहरादून ……..भगवान महावीर के 2550 वे निर्वाण वर्ष के उपलक्ष में
भगवान महावीर के जन्म 2623 वे कल्याणक महोत्सव के शुभ अवसर पर गिरनार पीठाधीश, कर्मयोगी,क्षुल्लक रतन 105 श्री समर्पण सागर जी की पावन प्रेरणा, निर्देशन और सानिध्य में दिनांक गांधी रोड श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर जैन धर्मशाला एवम देहरादून के सभी मंदिरों में प्रातः 6.30 बजे सामूहिक प्रक्षाल एवं वृहद शान्ति धारा की गयी.
*इस अवसर पर 105 परम पूज्य श्री समर्पण सागर जी ने सभी को महावीर जयंती की बधाई एवं शुभ कामना दी और कहा कि
*महावीर कल्याणक जैन धर्म का प्रमुख त्योहार है। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्मदिवस को आज महावीर जयंती के नाम से जाना जाता है। पूरे भारत में जैन समाज द्वारा भगवान महावीर के जन्म उत्सव के रूप में ‘महावीर जयंती’ मनाई जाती है*।
*वर्धमान महावीर ने दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाया। महावीर जयंती के साथ-साथ इस दिन को महावीर जन्मकल्याणक नाम से के भी जाना जाता है। चैत्र माह के 13वें दिन यानी चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को जैन दिगंबर और श्वेतांबर एकसाथ मिलकर इस उत्सव को मनाते हैं। महावीर को ‘वर्द्धमान’, ‘वीर’, ‘अतिवीर’ और ‘सन्मति’ भी कहा जाता है।
जिन्होंने जियो और जीने दो का अहिंसा परमो धर्मः का जन जन मे प्रचार प्रसार किया…….कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मीडिया संयोजक मधु जैन ने बताया प्रातः 8.00 बजे फल वितरण – दून चिकित्सालय देहरादून में (जैन मिलन देहरादून के तत्वावधान में)मे किया गया……प्रातः 9.00 बजे से निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवा वितरण शिविर (श्री मनोहर लाल जैन धर्मार्थ होम्योपैथिक चिकित्सालय द्वारा) किया गया जिसमें सभी डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं प्रदान की
जिसमे प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ के रथ पर ख्वासी का सौभाग्य श्री चिराग जैन ध्रुव जैन को, कुबेर बनने का सौभाग्य श्री अरुण जैन- को, सारथी बनने का सौभाग्य श्री बिजेंद्र जैन पंकज जैन, इंद्र बनने का सौभाग्य श्री हर्ष जैन श्री आशीष जैन को एव आरती करने का सौभाग्य उदित जैन को प्राप्त हुआ। अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के रथ पर ख्वासी का सौभाग्य श्री आदविक जैन को, कुबेर बनने का सौभाग्य श्री लोकेश जैन को, सारथी बनने का सौभाग्य श्री अजय जैन शांति गैस सोधर्म् इंद्र बनने का सौभाग्य डॉ संजय जैन
को एव आरती करने का सौभाग्य साकेत जैन को प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर महाराज श्री द्वारा भगवान महावीर के 2550 वे निर्वान वर्ष पर चांदी का सिक्का जारी किया ..
रथ यात्रा का शुभारंभ के लिए भगवान के सहचरों, श्री जी के ख्वासी, सारथी, कुबेर, सौधर्म इन्द्र, ईशान इन्द्र का चयन कूपन के द्वारा किया गया श्री जी की आरती, सौधर्म इन्द्र व इन्द्राणी, ईशान इन्द्र व इन्द्राणी का चयन कूपन के द्वारा किया गया श्री जी की भव्य शोभा यात्रा (रथ यात्रा श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर एवं जैन भवन से प्रारम्भ होकर तीर्थंकर महावीर चौक, झण्डा बाजार, अखाडा बाजार, मोती बाजार, पल्टन बाजार, घंटाघर, दर्शन लाल चौक, पंचायती मन्दिर, चन्द्रप्रभ दिगम्बर जैन मन्दिर, डिस्पेंसरी रोड़, धामावाला, राजा रोड़ से गांधी रोड़ होते हुए वापस जैन भवन पर सम्पन्न हुई। (रथ यात्रा संचालन व्यवस्था जैन मिलन पारस द्वारा) किया गया. श्रीजी की आरती तत्पश्चात अभिषेक किया गया……सायं 7.00 बजे भगवान महावीर स्वामी का पालना कार्यक्रम (जैन मिलन प्रगति के तत्वावधान में) जैन धर्मशाला मन्दिर जी में किया गया……कार्यक्रम में जैन समाज के अध्यक्ष श्री विनोद जैन, महामंत्री श्री राजेश जैन, सुनील जैन, मनोज जैन, नरेश चंद जैन,सचिन जैन, उत्सव समिति संयोजक संदीप जैन, अमित जैन, अर्जुन जैन, श्री अशोक जैन, श्री प्रमोद जैन, श्री सुरेश जैन, श्री राजीव जैन, श्री गौरव जैन,बीना जैन, वात्सल्य भोज में सहयोगी रूढामल जैन सुनील जैन सुशील जैन धीरज जैन राजीव जैन ने सहयोग किया इस अवसर पर राजीव जैन (फॉर्म हाउस ) डॉ आर के जैन उत्सव समिति के आशीष जैन कॉन्टैक्टर भी मौजूद रहे
भगवान महावीर के 2550 वे निर्वाण वर्ष के उपलक्ष में
आदि भारी संख्या मे जैन समाज के लोग उपस्थित रहे।