देहरादून……. प्रेस को सम्बोधित करते हुए उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष श्री पूरणसिंह कठैत नें कहा हैं कि मूल निवास सन 1950 कट ऑफ उत्तराखंड क्रांति दल पूर्व से ही मानते आया हैं इसी के साथ सशख्त भू कानून जिससे राज्य कि बची भूमि को बचाया जा सके ऐसा कड़ा कानून जरुरत हैं। उन्होंने कहा हैं कि दल लोकसभावार सदस्य अभियान नये सिरे से चलएगा जो 01 जनवरी 2024 से प्रथम चरण तीन महीने की शुरुआत की जायेगी। जिसमें प्रत्येक लोकसभा से एक एक लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया हैं।
मूल निवास सन 1950 व भू – कानून की मांग को लेकर 01 जनवरी 2024को प्रत्येक जनपद के मुख्यालयों में धरना देकर सरकार के मुखिया को मांग पत्र भेजा जायेगा।
श्री कठैत जी नें कहा कि सरकार जंगली जानवरों के आतंक से निजात हेतु कड़े कदम उठाये। जंगली जानवरों के आतंक से पहाड़ों में खेती करना दूभर
हो गया हैं। किसानों कि खेतियाँ नष्ट हो रह हैं। जो पहाड़ो में लोग हैं जंगली जानवरों से परेशान हैं सरकार से उक्रांद मांग करता हैं कि इसके लिए सही राश्ता निकाला जाय।
उन्होंने कहा हैं कि मूल निवास की कट ऑफ़ डेट 1950 उत्तराखंड में लागू का समर्थन कांग्रेस नहीं करती हैं जिसका दल निंदा करता हैं और ये कांग्रेस का दिवालियापन हैं। वैसे इस मुद्दे पर दोनों दल कांग्रेस और भाजपा एक सिक्के के दो पहलु हैं।
इस अवसर पर सुनील ध्यानी, सुनील कोटनाला,प्रमिला रावत,प्रताप कुंवर,अनिल थपलियाल,बिजेंद्र रावत, प्रमोद काला उपस्थित रहे।
सुनील ध्यानी
केंद्रीय मिडिया प्रभारी
उत्तराखंड क्रांति दल