पर्युषण महापर्व के शुभ अवसर पूज्य आर्यिका 105 आनंदमती माताजी एवम 105 पूज्य क्षुल्लक रत्न श्री समर्पण सागर जी महाराज के सानिध्य में पर सभी जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के साथ-साथ शांति धारा हुई प्रथम शांति धारा का सौभाग्य श्री मुकेश जैन (रोडवेज )एवं पांडुक शिला पर भगवान का प्रथम कलश एवं शांति धारा करने का सौभाग्य श्री अनुज जैन (अर्जुन एंक्लैव) को प्राप्त हुआ संध्याकालीन आरती एवं श्री आदिनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर समिति माजरा द्वारा एक शाम आदि बाबा के नाम.एवं आकर्षक रंगारंग कार्यक्रम की सुंदर प्रस्तुति दी गई
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री दिनेश जैन (सूर्या कंस्ट्रक्शन) दीप प्रज्वलन श्री संदीप जैन रामपुर वालों ने किया उत्सव समिति द्वारा स्वागत किया गया..
उत्तम सत्य धर्म पर अपने विचार रखते हुए पूज्य आनंदमती माताजी ने कहां कि.. कषाय के अभाव से सत्य स्वरूप की उपलब्धि होना उत्तम संयम धर्म है
हमें कठोर, कर्कश, मर्मभेदी वचनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए जब भी बोलें हित मित प्रिय वचनों का प्रयोग अपने व्यवहार में लाना चाहिए तथा कहा भी गया है- ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोय। औरन को शीतल करे, आपहुँ शीतल होय।। कठोर वचन सत्य की श्रेणी में नहीं आते। सत्य का संबंध तो अहिंसा से है..
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उत्सव समिति के संयोजक संदीप जैन ने बताया कि दिनांक 23 सितंबर को 1 बजे श्री महावीर जैन कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज तिलक रोड पर वादविवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा रात्रि 8:30 बजे जैन भजन पर आधारित नृत्य प्रतियोगिता गांधी रोड स्थित जैन धर्मशाला में की जाएगी.
कार्यक्रम में जैन समाज के कोषाध्यक्ष अनिल जैन राजीव जैन प्रमोद जैन दिनेश जैन प्रवीन जैन मुकेश जैन उत्सव समिति के संयोजक संदीप जैन आशीष जैन अर्जुन जैन डॉक्टर संजय जैन डॉक्टर संजीव जैन पिंकी जैन मीता जैन अंजलि जैन बीना जैन मधु सचिन जैन आदि बड़ी संख्या में महानुभाव मौजूद रहे.
मधु सचिन जैन…..मीडिया संयोजक