जैन धर्म का महापर्व पर्वराज पर्युषण के आज दूसरे दिन उत्तम मार्दव धर्म पर नगर के सभी जैन मंदिरो मे भक्तो की भीड़ उमड़ी रही। श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर एवं जैन भवन स्थित जैन मंदिर जी मे सर्वप्रथम भगवान का अभिषेक कर शांतिधारा हुई जिसमे भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा पर प्रथम अभिषेक एवं शान्तिधारा करने का सौभाग्य श्रीमति विमला जैन (सहास्त्रधारा) के परिवार को एवं पाण्डुकशिला पर भगवान का प्रथम कलश एवं शांतिधारा करने का सौभाग्य श्री प्रवीण जैन (बर्तन वाले) को प्राप्त हुआ।*
आज उत्तम मार्दव पर्व पर पूज्य माताजी ने कहा कि मान- कषाय के अभाव मे उद्द्घाटित आत्मा के मृदु स्वभाव का नाम उत्तम मार्दव धर्म है।
मार्दव अर्थात मान (घमंड) तथा दीनता-हीनता का अभाव। और वह नाश जब आत्मा के ज्ञान/श्रद्धान सहित होता है, तब ‘उत्तम मार्दव धर्म’ नाम पाता है।
जब सब कुछ क्षणभंगुर है,टिकने वाला नहीं है, कुछ समय पश्चात नाश हो जाएगा, तो किसका घमंड करना और किस बात की दीनता माननी?जब सभी जीवों के पास समान रूप से अनंत गुण हैं, तो किसी में भी क्या विशेषता रही? जब किसी में कोई विशेषता नहीं रही तो मान करने/ दीनता के लिए कहाँ अवसर रहा?
शाम 7.00 बजे सभी जिन मंदिरो मे श्री जी की महाआरती की गयी। इसके पश्चात पूज्य आर्यिका आनंदमति माताजी एवं पूज्य क्षुल्लकरत्न समर्पण सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य मे संस्कृतिक कार्यक्रम आरम्भ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजीव जैन (फोम हाउस) जी का उत्सव समिति द्वारा स्वागत किया गया इसके पश्चात श्री हर्ष जैन (रामपुर वाले) के द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। श्री वर्णी जैन विद्यालय के छात्र- छात्राओं द्वारा रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम की सुंदर प्रस्तुति दी गयी।
कार्यक्रम मे मीडिया संयोजक मधु जैन सचिन जैन समाज के महामंत्री श्री राजेश जैन, जैन भवन के प्रधान सुनील जैन, मंत्री संदीप जैन, वर्णी विद्यालय के प्रधान मनीष जैन, प्रबंधक संजय जैन, विद्यालय की प्रधानाचार्य शुभि गुप्ता, श्री नरेश चंद जैन, श्री सुखमाल चंद जैन, अर्जुन जैन, सुनील जैन, जिनेन्द्र जैन,पंकज जैन, श्रीमती पूर्णिमा जैन, सुनैना जैन, रिया जैन, बीना जैन, मोनिका जैन आदि बड़ी संख्या मे समाज के महानुभाव उपस्थित रहे।
मधु सचिन जैन………मीडिया संयोजक