जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा निदेशक प्राथमिक को दिये गये पत्र पर अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के महामंत्री सुभाष चौहान ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने ने कहा कि अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ एक पंजीकृत संगठन है जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर HRA/02554/2018-19 है। संगठन प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों की समस्याओं को हल करने के लिए बनाया गया है।
जहां तक सेवानिवृत्त कर्मचारियों के संगठन का सदस्य न बनने की बात है यह नियम उत्तराखंड में हो सकता है राष्ट्रीय स्तर पर ऐसा नहीं है, प्राथमिक शिक्षक संघ का भी राष्ट्रीय संगठन है जिसमें अधिकत्तर पदाधिकारी सेवानिवृत्त है । रेल यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शिवगोपाल मिश्र को सेवानिवृत्त हुए कई वर्ष हो गए हैं। आज भी वह महासचिव है।
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष को शिक्षकों की कई वर्षों से लंबित पड़ी समस्याओं- 17140 वेतनमान, त्रिस्तरीय काडर, सर्व शिक्षा के अध्यापकों का वेतन राज्य सैक्टर से आहरित कराना, जूनियर के प्रधानाध्यापक की अगली पदोन्नति सहित अनेक समस्याओं का समाधान कराना चाहिए, इस विवाद में नहीं पड़ना चाहिए कि कौन संगठन मान्यता प्राप्त है और कौन नहीं। उत्तराखंड में कई संगठन ऐसे हैं जो मान्यता प्राप्त नहीं है लेकिन वह समय समय पर अपनी मांग उठाते रहे हैं और आंदोलन भी करते हैं।
जहां तक जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखंड की बात है उसके चुनाव भी पंजीकृत संविधान के अनुसार नहीं हुए हैं जबकि पंजीकृत संविधान के अनुसार चुनाव करायें जाना आवश्यक है नहीं तो चुनाव निरस्त किया जा सकता है ,जैसा कि अन्य संगठनों के मामले में हुआ है ।
हम जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखंड से अपील करते हैं कि मिलकर शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करें एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर शिक्षकों की समस्यायों का समाधान नहीं होने वाला।
अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ शीध्र निदेशक प्राथमिक से मिलकर अपनी आपत्ति दर्ज कराएगा।
सुभाष चौहान
राष्ट्रीय महामंत्री