हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में वर्ल्ड फिजियोथेरेपी दिवस मनाया


डोईवाला @BHVN……हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में वर्ल्ड फिजियोथेरेपी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका के विषय में जानकारी दी गयी।
शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. अतुल अग्रवाल ने कहा कि यह दिन व्यक्तियों के स्वास्थ्य और गतिशीलता को बढ़ाने में फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका को पहचानने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि फिजियोथैरेपी के बिना चिकित्सा विज्ञान अधूरा है। आधुनिक तकनीक ने इस फिजियोथैरेपी को एक नया आयाम दिया है। कहा कि फिजियोथैरेपी मेडिकल साइंस की रीढ़ की हड्डी है। उचित फिजियोथैरपी के बिना कोई भी सर्जरी कारगर नहीं हो सकती। आज हाईटेक लाइफस्टाइल के कराण ज्यादातर लोगों को हडिड्यों और मांसमपेशियों की समस्याएं ज्यादा होती हैं, जिसके कारण इस क्षेत्र में इलाज की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। कार्यक्रम बीपीटी के छात्र-छात्राओं व फैकल्टी सदस्यों ने विभिन्न मस्कुलोस्केलेटल स्थितियों, तंत्रिका संबंधी विकारों और खेल चोटों के समाधान में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। साथ ही अस्पताल की ओपीडी में आने वाले लोगों को चिकित्सीय अभ्यासों, मैनुअल थेरेपी तकनीकों का लाइव प्रदर्शन दिखाया गया। इस दौरान फिजियोथेरेपिस्ट से लोगों ने स्वास्थ्य संबंधी सवाल-जवाब भी किये। उपस्थित लोगों ने अपने जीवन को बेहतर बनाने में फिजियोथेरेपी के महत्व को जाना। कार्यक्रम में डॉ. अरूण पाठक, डॉ. अमित शर्मा, डॉ. प्रवीन रावत, डॉ. आशीष नेगी, डॉ. सर्वजीत, डॉ. मनीष झा उपस्थित थे।