उत्तराखंड के भागीरथी दर्रे के पास एवलॉन्च की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। वह पर्वतारोहण टीम के साथ हेल्पर के तौर पर गया था। मामले की जानकारी मिलते ही आपदा प्रबंधन विभाग की टीम ने युवक को बर्फ के नीचे से निकाला।
देहरादून@BHVN…….. उत्तराखंड में मॉनसून और बारिश ने अब असर दिखाना शुरू कर दिया है। भागीरथी दर्रे के ट्रैकिंग के लिए पहुंचे एक 20 सद्स्य दल के साथ गए हेल्पर की ट्रैकिंग के दौरान एवलॉन्च की चपेट में आने के कारण मौत हो गई। यह दल 24 जून को भागीरथी 2 दर्रे के ट्रैकिंग के लिए पहुंचा था। पिछले मंगलवार को अपना ट्रैकिंग पूर्ण करने के बाद यह पूरा दल वापस लौट रहा था। उसी समय रास्ते पर एवलॉन्च आने के कारण दल में अफरा-तफरी मच गई। इस एवलॉन्च की चपेट में आने के कारण दल के साथ गए हेल्पर की मृत्यु हो गई।
दल की ओर से इसकी सूचना गंगोत्री नेशनल पार्क सहित आपदा प्रबंधन विभाग को दी गई। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार एवलॉन्च में दबे युवक का शव दल के सदस्यों ने भोजबासा पहुंचा दिया है। यह दल 24 जून को भागीरथी 2 के ट्रैकिंग के लिए गया था। वापस लौटने के दौरान दल के साथ यह हादसा हुआ है। एवलॉन्च की चपेट में आने से हेल्पर बर्फ की मोटी चादर के नीचे दब गया था। इसके बाद दल के सदस्यों ने उसे बाहर निकाला। हालांकि, तब तक उसकी मौत हो गई थी।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल के अनुसार स्थानीय युवक सागर गांव का बताया जा रहा है। युवक के शव के आज गंगोत्री पहुंचने की संभावना है। गंगोत्री घाटी में पर्वतारोहण में स्थानीय युवक के मरने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले कालिंदी खाल ट्रैक पर गए एक गाइड की भी बीमारी के कारण मौत हुई थी। उसका शव करीब 15 दिन बाद उत्तरकाशी लाया गया था। वही भागीरथी दर्रे में ट्रैकिंग के दौरान एवलॉन्च की चपेट में आने से हुई युवक की मौत की शिनाख्त नहीं हो सकी थी।