BHVN@……… देवभूमि उत्तराखंड की पावन धरती पर स्थित रानीपोखरी के राजकीय रेशम फॉर्म ब्रांच भोगपुर में सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवं निरंकारी राजपिता के सानिध्य में विशाल संत समागम का भव्य आयोजन हुआ।…..रविवार को रानीपोखरी ग्रांट में आयोजित संत समागम में हज़ारों की संख्या में भक्तगण समिल्लित हुए और अपने सतगुरु के दर्शनों एवं पावन प्रवचनों से स्वयं को निहाल किया।…..संत समागम में विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए सतगुरु माता ने कहा कि ये जो मानव तन हमें परमात्मा की कृपा से प्राप्त हुआ है उसकी पहचानकर वास्तविक मुनष्य बनकर जीवन जिए।……इस परमात्मा के एहसास में जितना अधिक हम रहेंगे उतना ही अधिक मानवीय गुण हमारे जीवन में आते रहेंगे और हमारा मन प्रेमाभक्ति में तल्लीन रहेगा। प्रेम के भाव को बताते हुए फरमाया की जब हमारे मन में केवल प्रेम का ही भाव रहेगा तो हम स्वयं ही प्रेम बन जायेंगे तथा सभी को प्रेम ही बाटेंगे।……जब इस निराकार के दर्शन हो जाते है तो फिर जीवन कैसा भी हो, कोई भी स्थिति हो एक आनंद की अवस्था में ही हमारा जीवन कट जाता है। निरंकारी राजपिता ने जीवन को मंजिले मकसूद तक पहुंचाने का जिक्र किया।…..माया के प्रभाव का जिक्र करते हुए सतगुरु ने कहा की इस संसार की हर वस्तु परमात्मा के अलावा माया है इसलिए अपने आप को माया के प्रभाव में इतना भी नही डालना है कि फिर परमात्मा के लिए समय ही न बचे।