हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग में मनाया अंतरराष्ट्रीय मिडवाइव्स दिवसस्वास्थ्य सेवा में मिडवाइव्स की भूमिका महत्वपूर्ण


डोईवाला……………….BHVN……………# स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट में अंतरराष्ट्रीय मिडवाइव्स दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। वक्ताओं ने नर्सिंग छात्र-छात्राओं को सुरक्षित मातृत्व में मिडवाइव्स की भूमिका पर विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने महिला स्वास्थ्य को दर्शाते हुये पोस्टर प्रदर्शनी व क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया।
गुरूवार को हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अब्स्टेट्रिक्स एवं गायनोकॉलोजिकल विभाग ने नर्सिंग सभागार में गोष्ठी आयोजित की। मुख्य अतिथि प्रिंसिपल नर्सिंग कालेज डॉ. संचिता पुगाजंडी ने नर्सिंग छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुये कहा कि नर्स और मिडवाइव्स (दाई) स्वास्थ्य सेवा मुहैया करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये वो लोग हैं जो अपनी जिंदगी एक मां और बच्चे की देखभाल करने में बिता देते हैं। ये लोगों को स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां देती हैं। मिडवाइव्स अक्सर, अपने समुदायों में देखभाल का पहला और एकमात्र माध्यम होती हैं। कहा कि सुरक्षित मातृत्व सहित स्वास्थ्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय कार्यक्रम के क्रियान्वयन में मिडवाइफ की भूमिका सराहनीय है। उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों में तैनात मिडवाइफ प्रशंसनीय कार्य कर रही है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डॉ. रूचिरा नौटियाल ने कहा कि पुराने समय में प्रसव करवाने के लिए अलग से महिलाएं बुलाई जाती थी जिन्हें दाई अम्मा कहा जाता था। लेकिन समय बदलने के साथ उच्च शिक्षित और प्रशिक्षण पाकर मिड वाइफ प्रसव करवाती हैं। इन महिलाओं के प्रति आभार प्रकट करने के लिए पूरे विश्व में मई महीने की 5 तारीख को हर साल अंतराष्ट्रीय मिड वाइव्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। इनके होने से सामान्य प्रसव की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती है। इस अवसर पर डॉ. कमली प्रकाश, रीना हाबिल, जैबूनिशा, डॉ. हरलीन कौर, सीमोन चानू, डॉ. सिल्विया देवी, डॉ. वंदना, उपमा जार्ज, डॉ. कंचन बाला, लक्ष्मी कुमार, सना प्रवीन, गीता सिंह, सोनिया रावत आदि उपस्थित थे।