BHVN………. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) वाहिनी मुख्यालय और अग्निशमन केंद्र डोईवाला का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया लोकार्पण। जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नजदीक 23 हेक्टेयर में बना बेहद आधुनिक एसडीआरएफ ट्रेनिंग सेंटर वर्ल्ड बैंक द्वारा बनाया गया हैं।…….#सोमवार को सीएम धामी ने 144 करोड़ की लागत से निर्मित जौलीग्रांट स्थित एसडीआरएफ के वाहिनी मुख्यालय और करीब 3.75 करोड़ की लागत से माजरी ग्रांट में बने अग्निशमन केंद्र डोईवाला का विधिवत पूजा अर्चना के साथ लोकार्पण किया।……#लोकार्पण से पूर्व एसडीआरएफ कें जवानों ने सीएम को गार्ड ऑफ ऑनर देकर वेलकम किया। एसडीआरएफ द्वारा प्रदर्शनी के माध्यम से अत्याधुनिक रेस्क्यू उपकरणों व रेस्क्यू कार्यों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। वहीं कार्यकर्म में मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ में विशिष्ट कार्य करने वाले 15 अधिकारी व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।……#एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्र ने बताया की एसडीआरएफ डीप डाइविंग, हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू, सीबीआरएन रेस्क्यू, सर्च व रेस्क्यू श्वान दल जैसी विशेषज्ञ टीमों से सुसज्जित यह बल प्रत्येक छोटी बड़ी घटना में अपनी कार्य दक्षता सिद्ध कर रहा है।…..#विधायक बृज भूषण गैरोला ने कहा की अग्निशमन केंद्र का लोकार्पण होने से आगजनी की घटनाओं पर नियंत्रण करने में यह केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कहा की निश्चित ही डोईवाला और ऋषिकेश क्षेत्र को आगजनी की घटना होने पर इसका लाभ मिलेगा।……#हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एसडीआरएफ को जिला, ब्लॉक एवं मंडल स्तर तक भी लोगों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्थाओं की दिशा में भी आगे बढ़ना होगा। जिससे तत्काल में आपदा के समय सुरक्षा एवं बचाव कार्य किया जा सके।……#मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की प्राकृतिक आपदा की स्थिति में हमारे पुलिस के जवान मोर्चा संभालते हैं और लोगों की जान बचाने के लिए आगे आते हैं। राज्य में 2013 में एसडीआरएफ के गठन से ही आपदा के समय देवभूमि में समय-समय पर अनुकरणीय एवं प्रभावी कार्य किए है। कहा कि नवनिर्मित एसडीआरएफ मुख्यालय में प्रशिक्षण एवं आपदा प्रबंधन की दृष्टि से अन्य गतिविधियां भी होंगी।…..#इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ पीवीके प्रसाद, एडीजी अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक रिद्धिम अग्रवाल, करण नगन्याल, एसएसपी दिलीप कुंवर, भाजपा जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा आदि उपस्थित थे।
उत्तराखंड में आपदाओं के साथ ही पहाड़ और मैदान की चुनौतियों से निपटने के लिए अब एसडीआरएफ वाहिनी को नया परिसर मिलने के साथ ही प्रदेश के सभी 13 जिलों में रेस्क्यू ऑपरेशन का संचालन तेज गति से चलाने में सहायक सिद्ध होगा। आपदाओं के दौरान एसडीआरएफ के जवानों ने सराहनीय कार्य कर अपनी कार्यक्षमता का परिचय दिया है।
~अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक
मुख्यमंत्री की घोषणाएं :
• एसडीआरएफ द्वारा 11 हजार फीट से अधिक ऊँचाई पर किए जाने वाले रेस्क्यू कार्यों के लिए अन्य अर्धसैनिक बलों की तर्ज पर एसडीआरएफ में कार्य करने वाले राजपत्रित अधिकारियों को 1500 रुपए एवं अराजपत्रित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को 1000 रुपए प्रतिदिन जोखिम भत्ता प्रदान किया जाएगा।
• एसडीआरएफ प्रतिनियुक्ति की समयावधि सात वर्ष से बढ़ाकर 10 वर्ष की जाएगी।
• आपदा प्रबन्धन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाए जाने के उद्देश्य से एसडीआरएफ की छठी कम्पनी गठित की जाएगी। जिसमें प्राथमिकता के आधार पर एक-तिहाई महिला कार्मिकों की नियुक्ति की जाएगी।