उत्तराखंड क्रांति दल ने आज जिलाधिकारी कार्यालय पर निजी स्कूलों के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया तथा जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने मुख्यमंत्री से मांग की कि महंगी किताबें खरीदने के लिए बाध्य करने वाले स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।
यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने इस बात पर भी कड़ा ऐतराज जताया कि देहरादून के एक निजी स्कूल हिल्टन स्कूल ने फीस का भुगतान करने को लेकर एक छात्रा को 3 घंटे तक अवैध रूप से स्कूल में बंधक बनाए रखा और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
यूकेडी के केंद्रीय श्रमिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेन्द्र पंत ने कहा कि निजी स्कूल केवल नई किताबें खरीदवाने के लिए हर साल सिलेबस बदल रहे हैं और केवल एक बच्चे की किताबों पर ही अभिभावक को 10 से ₹12000 तक खर्च करना पड़ रहा है।
यूकेडी के केंद्रीय प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि निजी स्कूल मनमाने ढंग से अपने-अपने सिलेबस लागू कर रहे हैं और अपने प्रकाशकों की महंगी किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं , जबकि विभिन्न न्यायालयों ने इस पर अंकुश लगाने के आदेश दिए हुए हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महिला प्रकोष्ठ की केंद्रीय अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने आक्रोश जताया कि अभिभावकों की जेब ढीली करने के लिए निजी स्कूल नित नए हथकंडे अपना रहे हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल के जिला प्रवक्ता निशीथ मनराल ने सरकार से स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली किताबों, यूनिफॉर्म और फीस के लिए एक समुचित रेगुलेशन एक्ट बनाए जाने की मांग की है।
यूकेडी नेता गौरव तिवारी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने तत्काल संज्ञान नहीं लिया तो यूकेडी आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने वालों में से उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट लतापथ हुसैन, सुलोचना ईष्टवाल, राजेंद्र पंत, निशीथ मनराल, मंजू रावत, सुलोचना ईष्टवाल,इसलाम, गौरव तिवारी सहित अभिभावक एकता समिति के अध्यक्ष लव चौधरी तथा अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे।