#बागेश्वर धाम में 125 कन्याओं का विवाह हुआ संपन्न

छतरपुर#BHVN

बुन्देलखण्ड के गढ़ा बागेश्वर धाम में महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर 125 सामूहिक कन्या विवाह हुआ अद्भुत और आलौकिक अपितु इस क्षण के साक्षी बने देश भर के सनातन सारस्वत धर्मगुरू और संत बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, राजराजेश्वर महाराज लंदन राज परिवार के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वन मंत्री विजय शाह, क्षेत्रीय सांसद विष्णु दत्त शर्मा, सहित वर-वधु और उनके माता-पिता परिजन तथा यहां उपस्थित अपार जनसमूह। बुन्देलखण्ड में यह पहला अवसर आया, जब 125 वर-वधु में से कुछ ऐसे थे जिनके माता-पिता नहीं थे, कुछ दिव्यांग वर-वधु और कुछ ऐसे भी थे जिनका जीवन अभाव और आर्थिक तंगी में था, विवाह के अवसर पर देश भर के सनातन धर्मगुरू, बागेश्वर धाम के संत और मुख्यमंत्री तथा मंत्रीमंडल के मंत्री भी मौजूद रहे। देश में म.प्र. ऐसा प्रदेश है जहां सबसे पहले सीएम कन्यादान विवाह योजना शुरू हुई। बागेश्वर धाम से अब दुआ और दवा दोनों मिलेगे बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि इस धरती के लिये यह अभूतपूर्व एवं गौरवशाली साक्षी पल है जब सामूहिक विवाह के मंच पर सनातन धर्म के एक नही कई संत आभूषण और मुख्यमंत्री धराती और घराती तथा अपार जनसमूह संजीवनी आस्था के साथ यहां उपस्थित हुये है। सामूहिक कन्या विवाह का यह चौथा साल है। उन्होंने बताया कि बागेश्वर धाम में आगामी दिनों में केंसर का अस्पताल विकसित होगा। इस धाम से अब दुआ और दवा दोनों मिलेगे। वैदिक ऋचा रमतुला और शहनाई के बीच 125 जोड़े, वैवाहिक समारोह में बेटियों को लक्ष्मी और लड़कों को भगवान विष्णु के प्रतीक के रूप में मंचासीन विभूषित संतों और मुख्यमंत्री द्वारा आर्शीवाद दिया गया। उनके सुखद जीवन की कामना करते हुये पुष्पों की वर्षा की गई।…मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को बागेश्वर धाम के सामूहिक कन्या विवाह में संतों की उपस्थित में बेटियों को स्नेहिल आर्शीवाद देते हुये कहा कि मामा की दुआएं लेती जा, जा तुझको सुखी संसार मिले। उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित होकर मेरा मन आनंद से इसलिये भरा है कि आर्थिक तंगी और अभाव का जीवन जीने वाली न सिर्फ बेटियां अपितु बेटे भी अब सुखद और खुशहाल दांपत्य जीवन जी सकेंगे। बचपन से ही ग्रामीण परिवेश में पलकर और लोकतंत्र में पहलीबार निर्वाचित होकर ग्रामीणों के बीच महसूस हुआ है कि बेटियों के विवाह की व्यवस्था कितनी कठिन होती है। इस अभाव को मुख्यमंत्री बनते ही दूर किया और मुख्यमंत्री विवाह कन्या योजना लागू की, आज बेटियों का विवाह सरकार कर रही है। इसी तरह प्रदेश में जन्म लेने वाली बेटी लाड़ली लक्ष्मी बनकर जन्म ले रहीं है, जिन्हें लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जा रहा है।

विवाह में संस्कृति और शास्त्रोंत और श्लोक के मध्य वरमाला पहनाई गई वरमाला पहनाते ही शंख ध्वनि से वैवाहिक स्थल गुंजायमान हो उठा। साथ ही बागेश्वर धाम समिति की ओर से दंपत्तियों को 70 समग्री उपहार में दी गई जिसमे शालि ग्राम का विग्रह, रामचरित मानस, टीवी, फ्रिज, कूलर, सौफासेट, साड़ी रसोई का सामान, आदि उपयोगी सामग्री भेंट की गई। बागेश्वर धाम के सामूहिक कन्या विवाह में थर्ड जेंडर ने भी न सिर्फ आर्शीवाद दिया अपितु 125 बेटियों को सभी कन्या को पांच, पांच साड़ियां उपहार स्वरूप भेंट की तथा कन्या विवाह समूह में उपस्थित सभी आचार्य ,गुरु ,संतजनों, मुख्यमंत्री द्वारा वर वधू को आशीर्वाद देकर उनकी मंगल की कामना करते हुए खुशहाल जीवन जीने का आशीर्वाद दिया