देहरादून#BHVN
राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह- 2023 की थीम “विश्व कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान” के अंतर्गत बुधवार को डॉल्फिन इंस्टीट्यूट देहरादून एवं राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) देहरादून, वाणिज्य विभाग एवं महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना यूनिट के संयुक्त तत्वाधान द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का शीर्षक “करियर विथ स्टीम एजुकेशन एंड इंट्रोडक्शन ऑफ बेसिक एस्ट्रोनॉमी” रखा गया था। कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर वंदना शर्मा द्वारा की गई। जिसका शुभारंभ प्राचार्य एवं अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रो ज्योति खरे द्वारा किया गया, तथा उनके द्वारा कार्यक्रम के शीर्षक को छात्र हित में अति उपयोगी बताया गया। बताया कि विज्ञान सप्ताह क्यों मनाया जाता है तथा प्रत्येक वर्ष की थीम के विषय में एवं उसके महत्व के विषय में जानकारी दी।
सर्वप्रथम प्राचार्य द्वारा उद्बोधन में कार्यशाला के शीर्षक, विषय एवं खगोल विज्ञान को अन्य विज्ञान के समतुल्य ही अति महत्वपूर्ण व उपयोगी बताया गया। डॉ रतूड़ी ने बताया कि आज का दौर विज्ञान के साथ आगे बढ़ने का है क्योंकि विज्ञान में ही नामुमकिन को मुमकिन करने की क्षमता है।
प्राचार्य ने कहा कि खगोलीय विज्ञान में सभी ग्रह नक्षत्रों के अपनी अलग-अलग विशेषताएं व व्यवहार होता है अतः उनके विषय में जानकारी प्राप्त करना अति रुचिकर है। कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ आशीष रतूड़ी, असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉल्फिन इंस्टीट्यूट, देहरादून ने खगोल विज्ञान का मनुष्य द्वारा उपयोग व उपभोग पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रो पूजा कुकरेती, डॉ रितु कश्यप, डॉ कविता काला, डॉ अखिलेश कुकरेती, डॉ अनीता चौहान, डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ दयाधार दीक्षित, डॉ शशि बाला उनियाल, मनीषा सांगवान आदि उपस्थित रहे।