BHVN #संघ के प्रखर राष्ट्रवादी बहु आयामी व्यक्तित्व के धनी भूगोलवेत्ता डॉ नित्यानंद के 97 वीं जयंती पर उत्तरांचल उत्थान परिषद् के तत्त्वधान में सेवा निकेतन में विचार गोष्ठी कर जंहा एक ओर उनके संस्मरणों व अनुभवों को साझा कर भावभीनी श्रद्धांजली दी गयी वंही दूसरी तरफ उनके सेवा भाव से प्रेरणा लेकर पहाड़ के गॉवों को स्वाबलंबी व आत्म निर्भर बनाने व पलायन की विभीषिका से गॉवों को बचाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किये जाने पर बल दिया गया। मुख्य अतिथी संघ के डॉ प्रभाकर उनियाल ने डॉ नित्यानंद के संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि वह एक प्रखर राष्ट्र वादी स्वय सेवक थे जो सिद्धांत बादी, व्यवहारिक मूल्यों ,मर्यादा पूर्ण जीवन शैली व परस्पर विश्वास के साथ सेवा भाव से समस्यों के समाधान की प्रेरणा देते है। विशिष्ट अतिथि लक्ष्मी प्रसाद जयसवाल ने डॉ नित्यानंद के कृतित्व के बारे में अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन पर्यंत् स्वय सेवक के रूप में सेवा, संवेदना, सक्रियता के साथ भारत के अध्यात्मिक परंपरा के संवाहक के रूप मे राष्ट्र की सेवा करते हुए हमारे प्रेरणा देने वाले पथ प्रदर्शक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय विधायक बृज भूषण गैरोला ने कहा कि पहाड़ का दर्द समझने वाले डॉ नित्यानंद हमेशा पहाड़ के विकास के लिए चिंतित रहे। पहाड़ का दुर्गम सीमांत विशिष्ट भौगोलिक स्वरूप में रहने वाली आबादी विकास से बंचित ना रहे इसके के लिए उत्तरांचल प्रदेश क्यों पर विचार कर अलग राज्य के निर्माण को गति दी। वह पहाड़ी समाज को स्वाबलंबी व आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरणा देते रहे है। उन्होंने परिषद् की ई लाईब्रेरी के लिए अपने विधायक निधि से सहयोग देने का आश्वशन दिया। इस अवसर पर उनके शिष्य कार्यक्रम संयोजक डॉ देवी दत्त चोनियाल, डॉ करण सिंह राणा, पूर्ब निदेशक प्रो संदीप कुमार शर्मा, डॉ वंदना शर्मा, प्रो एस सी कुलश्रेष्ठ, अध्यक्ष मदन सिंह , रमेश राणा गौरव सैनी ने डॉ नित्यानंद के संस्मरणों को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली देते हुए उनके कृतित्व से प्रेरणा लेकर समाज की सेवा करने पर बल दिया। इस अवसर पर उत्तरांचल उत्थान परिषद् की वेवसाईट का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ प्रभाकर उनियाल द्वारा किया गया। उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए डॉ नित्यानंद स्मृति सेवा सम्मान से उत्तरकाशी के चतर सिंह चौहान को सम्मानित किया गया। डॉ नित्यानंद के पुरातन छात्रों द्वारा मासिक सहयाेग राशि को एकत्रित कर सेवा भाव के कार्यक्रमों को गति देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए परिषद् के महामंत्री राम प्रकाश पैन्यूली ने संस्था के सामाजिक सहयोग पर आधारित ग्राम्य विकास की रूप रेखा रखते हुए मेरा गाव मेरा तीर्थ, प्रवासी पंचायतों व ग्राम उत्सवों की जानकारी दी । कार्यक्रम का समापन करते हुए परिषद् के अध्यक्ष जय मल नेगी ने सभी का आभार प्रकट करते हुए उनके सेवा भाव से प्रेरणा लेने का अहवान किया। इस अवसर पर पूर्ब कैबनेट मंत्री लाखी राम जोशी, पूर्ब विधायक ज्ञान चंद, पूर्ब संगठन मंत्री कैलास पंत , कर्नल सी एम नौटियाल, डॉ माधव मैठानी, पार्षद रवि गुसाईं, तेजराम सेमवाल, डॉ काला,विपुल जोशी ,डॉ हरपाल नेगी, प्रो के एस रावत, प्रो गीता रावत, प्रो एस सी खड़कवाल, प्रो के सी पुरोहित, नीरज मितल, प्रीति शुक्ला, कोषाध्यक्ष मदन सिंह नेगी, मंत्री धर्मा नंद उनियाल, यशोदा नंदन कोठियाल, डॉ दीपक भट्ट, डॉ के एस बिष्ट, पी एस बहुगुणा, चरण सिंह कंडारी, प्रदेश मंत्री मीरा रतूड़ी, दीन दयाल सेवा प्रतिष्ठान की कार्य कारी अध्यक्ष विनोद उनियाल, विष्णु सेमवाल , तेजपाल खत्री ब, सुरेंद्र नौटियाल, विश्व संवाद केंद्र के विजय, सह संयोजक सतीश डंगवाल, देवराज, अनूप नौटियाल, राकेश राणा, सतीश चंद्र चौहान, हीरा सिंह पंवार, मेजर महाबीर, शंभु प्रसाद सती, नत्थी सिंह राणा, सेवा निवृत ई डी एस कार्की, डी एस बिष्ट, डी एन पंत राजेंद्र चौहान, सहित अनेक गण मान्य बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने डॉ नित्यानंद को स्मरण कर उन्हे भावभीनी श्रद्धांजली दी।