बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर स्वामी धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री महाराज को कथित शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा जोशीमठ में आई दरार भरने की चुनौती देने को सनातन धर्म का अपमान व जनभावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य बताते हुए स्वामी महेश्वरानंद सरस्वती शिष्य ब्रह्मलीन स्वामी प्रकाशानंद सरस्वती निवासी सरस्वती आश्रम रामकृष्ण मिशन मार्ग कनखल ने कथित शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को कानूनी नोटिस भेजकर अपने दिए गए बयान पर खेद प्रकट करने और भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति ना करने की बात कही है। ऐसा ना करने पर उन्होंने मुकद्मा दर्ज कराए जाने की बात कही है।
कथित शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को अपने अधिवक्ता अरूण भदौरिया के मार्फत भेजे नोटिस में स्वामी महेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहाकि स्वामी धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर बालाजी की कृपा है। लोगों में उनके प्रति आस्था है। देश-विदेश के लोग उनके अनुयायी हैं। उनके द्वारा भविष्य बताने को चुनौती देने के मामले में मध्य प्रदेश पुलिस जांच कर चुकी है। जिसमें किसी भी प्रकार के अधं विश्वास की पुष्टि नहीं हुई है। बावजूद इसके कथित शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा उनको चुनौती देना तथा यह कहना की यदि उनमें चमत्कार है तो वह जोशीमठ में आई दरारों को भरकर दिखाएं।
स्वामी महेश्वरानंद सरस्वती
उन्हांेने कहाकि स्वामी अविमुक्तेश्वरांद का यह बयान उनको शोभा नहीं देता। उनका यह बयान हिन्दू धर्म को चुनौती देने वाला, धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने वाला तथा भगवान के प्रति निष्ठा ना होने वाला है। उन्होंने कहाकि उनका बयान जानबूझकर जन भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। उन्होंने नोटिस में कहाकि नोटिस प्राप्ति की 7 दिनों के अंदर वे अपने बयान पर खेद प्रकट करें, अन्यथा उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकद्मा दर्ज कराया जाएगा।