उक्रांद ने की रितु खंडूरी की विधायकी निरस्त करने की मांग।

रितु खंडूड़ी की विधायकी को लेकर निर्वाचन आयोग गया उक्रांद  

उत्तराखंड क्रांति दल कोटद्वार विधायक तथा विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी विधायक की निरस्त करने की मांग को लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात की और उनके माध्यम से मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार को ज्ञापन प्रेषित किए।

   यूकेडी के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष तथा कोटद्वार विधायक रितु खंडूरी ने फरवरी 2022 में हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान अपना पता, जी- 305 सोम विहार आरके पुरम दिल्ली ही दे रखा है। जब उन्होंने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र से 28 जनवरी 2022 को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया तो उस समय वह उत्तराखंड की नहीं बल्कि आर के पुरम नई दिल्ली की मतदाता भी थी जबकि उसी दौरान उनका नाम उत्तराखंड के पौड़ी जिले के 37 पौड़ी विधानसभा क्षेत्र के भाग संख्या 128 के क्रम संख्या 571 पर भी दर्ज था।

यूकेडी नेता संजीव भट्ट ने ऐतराज जताया कि रितु खंडूरी विधानसभा अध्यक्ष के पद पर तैनात हैं इनकी विधायकी कैंसिल होनी चाहिए क्योंकि उनका नाम 1 जनवरी 2022 के अनुसार दिल्ली की वोटर लिस्ट में भी है उन्हें उत्तराखंड का वोटर बनने से पहले उसे कैंसिल करवाना चाहिए था जो कि उन्होंने नहीं किया। यह अवैधानिक है जिस पर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए।

 यूकेडी महिला मोर्चा की संगठन मंत्री मीना थपलियाल ने कानूनी प्रावधानों का हवाला देते हुए मांग की कि दो जगह वोटर होने पर एफ आई आर दर्ज किए जाने का प्रावधान है। दो स्थानों की मतदाता सूची में नाम पाए जाने पर एक साल कारावास और जुर्माने की सजा है और यह दंड दोषी पाए जाने वाले मतदाताओं से लेकर इसे नजरअंदाज करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों तक हो दिया जा सकता है। लिहाजा इस मामले में तत्काल विधि सम्मत कार्यवाही की जाए।

 यूकेडी नेता विपिन रावत ने निर्वाचन आयुक्त से कहा कि

इसकी भी जांच करके कार्यवाही की जाए कि जब रितु खंडूरी 1 जनवरी 2022 को दिल्ली की मतदाता सूची में दर्ज है तो वह वर्ष 2017 में किस तरह से यमकेश्वर विधानसभा से चुनाव लड़कर विधायक बनी !

यूकेडी नेता पंकज उनियाल ने आक्रोश जताते हुए कहा कि यह बेहद गंभीर प्रकरण है और संवैधानिक पद पर बैठे महानुभावों के लिए और भी अधिक गंभीर प्रकरण है। कृपया इस पर तत्काल कार्यवाही की जाए और मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड तथा मुख्य चुनाव आयुक्त  भारत निर्वाचन आयोग को भी इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही के लिए पत्र प्रेषित किया जाए।

 यूकेडी नेत्री किरन नौटियाल ने मांग की कि रितु खंडूड़ी  का उत्तराखंड का वोटर कार्ड निरस्त करने के साथ ही उन पर कानूनी कार्यवाही की जाए और इनकी विधायक भी निरस्त की जाए।

यूकेडी नेता सेमवाल ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयुक्त ने उनको इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड सरकार को यथोचित कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया।

       रितु खंडूरी की विधायकी निरस्त कराए जाने की मांग को लेकर निर्वाचन आयोग जाने वालों में उत्तराखंड क्रांति दल के यूकेडी केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल, मीना थपलियाल,  संजीव भट्ट,  विपिन रावत, पंकज उनियाल आदि कार्यकर्ता शामिल थे।