देहरादून
फ्लिपकार्ट फाउंडेशन ने भारत में समावेशी, समान, सशक्त और सस्टेनेबल समाज के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए दो गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) दृ गिव फाउंडेशन तथा संकल्पतरु फाउंडेशन के साथ भागीदारी की घोषणा की है ताकि उत्तराखंड में तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूक बनाया जा सके।
इस परियोजना को आगे बढ़ाते हुए, फ्लिपकार्ट फाउंडेशन तथा सहयोगी गैर-सरकारी संगठनों ने मिलकर उत्तराखण्ड के चमोली जिले में प्रोजेक्ट सीड बॉल बॉम्बिंग के जरिए पूरे इकोसिस्टम में रचनात्मक बदलाव लाने की तैयारी की है। स्कूली बच्चों एवं सामुदायिक सदस्यों के लिए 1.1 मिलियन से अधिक सीड बॉल्स वितरित किए गए (सीधे और सरकारी अधिकारियों के माध्यम से) और साथ ही, उन्हें इसके महत्व के बारे में शिक्षित किया गया तथा सीड बॉल्स को फैलाने में उनकी मदद ली गई। इसके अलावा कठिन क्षेत्रों में ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया। सरकारी अधिकारियों को लगभग 70 किलोग्राम सीड बॉल्स दी गईं ताकि उन्हें सामुदायिक भागीदारी के जरिए वितरित किया जा सके।
चमोली जैसे पहाड़ी इलाकों में वृक्षारोपण काफी चुनौतीपूर्ण काम होता है, और सीड बॉल बॉम्बिंग इसका बेहतरीन विकल्प है जिससे जिले के 63 गांवों में 27,000 से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। आने वाले वर्षों में, इस प्रोजेक्ट से लाभान्वित होने वाले इलाकों में आंवला, पदम, कचनार, अनार जैसे कई स्थानीय प्रजातियों के वृक्ष लहलहाएंगे। इसका परिणाम यह हुआ है कि इस गतिविधि से चमोली जिले की महिलाओं को सीड बॉल्सी तैयार करने का प्रशिक्षण दिलाकर उन्हें रोजगार से जोड़ा गया है। इस परियोजना में शामिल गांव रडुवा, परवानपुर, किमोठा, कंडई, किंजनी, डुंगर, थलाबैयर, किंकजोली, चमेटी, भिकोना, बामनथला, खन्नी , गनियाला, हरिशंकर, कैलाब, सतियाना, तलि, कुजनी, नॉली, नैल, गुदाम, मसोली, जखमाला, पारी, कैसिर, श्रीगाढ़, कोठियाल सैन, तिल्फोरा, बलखिला, चटोली, पिलंग, बोली, रुद्रप्रयाग पोखरी, देवर खंडोरा, कुदाव अदि हैं।
इस पहल के बारे में, पूजा त्रिशाल, डायरेक्टर, फ्लिपकार्ट फाउंडेशन ने कहा, फ्लिपकार्ट फाउंउेशन के जरिए, हम समाज के कई गंभीर सरोकारों से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और इनमें पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी तथा आपदा राहत शामिल है। गिव फाउंडेशन तथा संकल्पतरु फाउंडेशन जैसे समर्थ और बेहद समर्पित संगठनों के साथ हमारे गठबंधन के चलते, उन हजारों लोगों के जीवन में सुधार हुआ है जो उत्तराखंड में जलवायु क्षरण के चलते प्रभावित हुए हैं। प्रोजेक्ट सीड बॉल बॉम्बिंग एक प्रकार की क्रांतिकारी पहल है और उत्तराखंड के चमोली जैसे पहाड़ी इलाकों में वृक्षारोपण के लिए शानदार विकल्प है जहां भूस्खलन, मृदा क्षरण तथा जंगलों की आग घटाने में सहायक है। महिलाओं, स्कूली बच्चों , सरकारी अधिकारियों तथा ग्रामीणों के जुड़ने से जमीनी स्तर पर ग्रीन एंबेसडर को तैयार करने में मदद मिली है। यह देखना सुखद है कि किस तरह से यह प्रोजेक्ट् राज्य के लिए सहायक साबित हो रही है।