देहरादून
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश सदस्य एवं पूर्व सभासद आशा कोठारी ने कहा कि उत्तराखंड के पर्वतीय व दूरस्थ, सीमांत, क्षेत्रों में लगातार दौरे व विकास कार्यों के दम पर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की जनता के साथ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का भी दिल जीता है।
उत्तराखंड के युवा व यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने अल्प कार्यकाल में अपने तेज गति से किये जा रहे विकास के कार्यों से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दिल जीत लिया है। वह अब आगामी 2025 तक राज्य की रजत जयंती पर उत्तराखंड को देश के सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में जुटे हुए है। इसके लिए वह लगातार राज्य हित में ठोस निर्णय लेने में लगे है। अभी हाल ही में उन्होंने धर्मांतरण पर कानून बनाने की कैबिनेट से मंजूरी हासिल की है। यह कानून उत्तर प्रदेश से भी सख्त होगा और इसी प्रकार से समान नागरिकता संहिता के लिए के लिए कमेटी का गठन कर ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए बेहतर कानून के साथ ही रात्रि पाली में काम करने वाली महिलाओं व युवतियों के लिए विशेष सुरक्षा की सुविधा देने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इतना ही नहीं युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर खोले जा रहे है। वहीं दूसरी ओर यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले की जहां एसआईटी जांच कराई गई और दोषी अधिकारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाकर एक मिसाल कायम की है। लोक सेवा आयोग को परीक्षा कराने को दे दिया गया है।जिसमें भर्तियां चालू हो गईं। उनके मुख्यमंत्री काल में अब दिसंबर तक सात हजार पद भर दिए जाएंगे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में जिस प्रकार से तेजी दिखाते हुए दोषियों को जेल भेजने का काम किया है। उससे युवाओं में एक नया उत्साह आया है, युवा उन्हें धाकड धामी कहकर संबोधित कर रहे है। युवाओं को धाकड धामी से कई सारी उम्मीदें है। युवाओं के हरदिल अजीज युवा मुख्यमंत्री राज्य के विकास के लिए तेजी के साथ कार्य करने में जुटे हुए है। उनका एक मात्र लक्ष्य है कि जब राज्य अपना रजत जयंती मना रहा होगा। तब वह देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में होगा। राज्य के यशस्वी युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अभी से ही इस कार्य में तेजी दिखाते हुए आ रहे है। उनकी इस प्रकार की तत्परता से निश्चित तौर पर उत्तराखंड 2025 में देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में होगा।
मुख्यमंत्री ने जो वादा किया उसे जल्द लागू कर संकल्प पूरा करूंगें। उत्तराखंड के कार्याें से अन्य प्रदेशों से भी अपेक्षा की थी। अन्य सरकार भी उनकी नीति को लागू कर रहे है। सामान नागरिक संहिता को गुजरात ल हिमाचल प्रदेश ने लागू करने का निर्णय लिया है। वहीं राज्य सरकार जल्द सरकार धर्मांतरण पर कानून बनकर जल्द लागू करने का प्रयास कर रही है। लोगों की सबसे बड़ी पूंजी शिक्षा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी सहित अन्य विभिन्न योजनाओं पर भी युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपना पूरा फोकस कर रहे है। लगातार अधिकारियों को भी निर्देशित कर रहे है। वहीं दूसरी ओर लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी में सशक्त उत्तराखंड @ 25 चिंतन शिविर के माध्यम से अधिकारियों को राज्य के विकास के बारे में जागरूक करने का काम किया गया। वहीं उन्हें आवश्यक निर्देश दिये गये। मुख्यमंत्री का मानना है कि अधिकांश लोग खेती एवं बागवानी में कम रूचि ले रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन भी हो रहा है। इस दिशा में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए संबंधित विभागों को भी वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने होंगे। उनका मानना है कि वन विभाग, कृषि विभाग एवं उद्यान विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन कर इस समस्या का समाधान निकाला जाए। वन पंचायतों के माध्यम से स्थानीय लोगों को वनों से जोङना होगा। इसके लिये वनों के माध्यम से उनकी आजीविका को बढ़ाने के प्रयास करने हैं। आईटीआई में बच्चों को अच्छा प्रशिक्षण मिले, इसके लिए आईटीआई में आवश्यक संसाधनों एवं मैनपावर को बढ़ाने की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा। भविष्य की आवश्यकताओं के हिसाब से विश्लेषण कर कार्यों को आगे बढ़ाना होगा। वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट को और अधिक प्रमोट करने की जरूरत है। योग के क्षेत्र में भी राज्य में और तेजी से कार्य हों, योग में राज्य में अनेक संभावनाएं हैं, इस दिशा में प्रयास किए जाए पर जोर दिया गया। नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी से भी उन्होंने कहा कि राज्य के समग्र विकास के लिए हो रहे इस चिंतन शिविर के आने वाले समय में राज्य को अच्छे परिणाम मिलेंगे। नीति आयोग द्वारा भी राज्य को हर संभव सहयोग दिए जाने के प्रयास किए जाएंगे। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी का कहना है, कि उत्पादों की वैल्यू एडिशन, मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा। अगले 25 साल भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।