गोपेश्वर
नगर के हल्दापानी, लॉ कॉलेज, नैग्वाड़, घिंघराण रोड और पीजी कॉलेज क्षेत्र में इन दिनों गुलदार की दहशत बनी हुई है। रविवार सुबह छह बजे न्यू लॉ कॉलेज कॉलोनी में गुलदार घर के आंगन तक पहुंच गया। शोर मचाने पर गुलदार भागकर झाड़ियों में छुप गया। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची लेकिन गुलदार का पता नहीं चला। टीम ने कॉलोनी में गश्त बढ़ा दी है।
रविवार सुबह छह बजे न्यू लॉ कॉलेज कॉलोनी में एक गुलदार घर के आंगन तक पहुंच गया। स्थानीय निवासी लक्ष्मण सिंह बर्त्वाल ने जैसे ही अपने आंगन में गुलदार को देखा तो चिल्लाना शुरू कर दिया, जिस पर आस पड़ोस के लोग घरों से बाहर आ गए। लोगों के शोर मचाने पर गुलदार झाड़ियों में छिप गया। लोगों ने इसकी सूचना केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अधिकारियों को दी। रेंजर बलवीर सिंह नेगी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया लेकिन गुलदार कहीं नहीं मिला। वहीं रेंजर बलवीर सिंह नेगी ने कहा कि जरूरत पड़ी तो गुलदार को पकड़ने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में कैमरे लगाए जाएंगे। वन विभाग की टीम में पृथ्वी सिंह नेगी, नरेंद्र रावत, अनीता, जयप्रकाश किमोठी और धीरेंद्र शामिल रहे। वहीं लॉ कॉलेज के प्राचार्य राजेश कुमार ने बताया कि कॉलेज के समीप ही आवासीय भवन हैं यहां सुबह छात्र-छात्राओं के साथ ही ट्यूशन के बच्चों की आवाजाही होती है। यहां गुलदार दिखने से बच्चों की आवाजाही में खतरा बना हुआ है। कहा कि वन विभाग को गुलदार की जगह चिह्नित कर लंबी दूरी की गश्त करनी चाहिए।
रविवार सुबह छह बजे न्यू लॉ कॉलेज कॉलोनी में एक गुलदार घर के आंगन तक पहुंच गया। स्थानीय निवासी लक्ष्मण सिंह बर्त्वाल ने जैसे ही अपने आंगन में गुलदार को देखा तो चिल्लाना शुरू कर दिया, जिस पर आस पड़ोस के लोग घरों से बाहर आ गए। लोगों के शोर मचाने पर गुलदार झाड़ियों में छिप गया। लोगों ने इसकी सूचना केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अधिकारियों को दी। रेंजर बलवीर सिंह नेगी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया लेकिन गुलदार कहीं नहीं मिला। वहीं रेंजर बलवीर सिंह नेगी ने कहा कि जरूरत पड़ी तो गुलदार को पकड़ने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में कैमरे लगाए जाएंगे। वन विभाग की टीम में पृथ्वी सिंह नेगी, नरेंद्र रावत, अनीता, जयप्रकाश किमोठी और धीरेंद्र शामिल रहे। वहीं लॉ कॉलेज के प्राचार्य राजेश कुमार ने बताया कि कॉलेज के समीप ही आवासीय भवन हैं यहां सुबह छात्र-छात्राओं के साथ ही ट्यूशन के बच्चों की आवाजाही होती है। यहां गुलदार दिखने से बच्चों की आवाजाही में खतरा बना हुआ है। कहा कि वन विभाग को गुलदार की जगह चिह्नित कर लंबी दूरी की गश्त करनी चाहिए।