अंकिता भंडारी के माता-पिता आज मंगलवार को ऋषिकेश में कोयलघाटी स्थित युवा न्याय संघर्ष समिति की ओर से आयोजित धरने में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार से मामले की सीबीआई जांच की मांग की। वहीं, बेटी को याद कर अंकिता के मां के आंसू छलक पड़े।
अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए युवा न्याय संघर्ष समिति की ओर से 41 दिन से कोयलघाटी में धरना दिया जा रहा है। समिति के सदस्य क्रमिक अनशन और आमरण अनशन कर रहे हैं। अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी सोमवार शाम को भी धरनास्थल पहुंचे थे। वहीं, आज वे पूरा दिन धरने में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि उन्हें एसआईटी की जांच पर भरोसा नहीं है। वह इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कहा कि मामले की सीबीआई जांच शुरू नहीं होने तक वह संघर्ष करते रहेंगे।
उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि घटना के अगले ही दिन घटनास्थल के सबूत नष्ट कर दिए गए थे। घटनास्थल के पास फैक्टरी के जिस कमरे में अन्य आरोपी रहते थे उसमें भी आग लगा दी गई। उन्होंने कहा की घटना से संबंधित सारे साक्ष्यों को नष्ट कर दिया गया है। एसआईटी इस मामले में जांच कर रही है। जब साक्ष्य ही खत्म हो गए तो आरोपियों को कठोर सजा कहां से मिलेगी।
कहा कि घटना के 10 दिन बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उनसे मिलने के लिए उनके गांव में आए थे, उन्होंने ने भी आरोपियों को जल्द सजा दिलाने और इस केस का ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का आश्वास दिया था। लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।
बता दें कि पौड़ी जिले के यमकेश्वर में वनंत्रा रिजॉर्ट में अंकिता भंडारी (19) रिसेप्शनिस्ट के रूप में कार्य करती थी। 18 सितंबर की रात वह अचानक लापता हो गई तो उसकी तलाश शुरू हुई। अंकिता की गुमशुदगी के मामले में 23 सितंबर को पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में उन्होंने हत्या की बात स्वीकारी। आरोपियों की निशानदेही पर ही अंकिता का शव 24 सिंतबर को एक नहर से बरामद किया गया था। इस मामले में पुलिस ने पुलकित आर्य सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।