हिमालयन हॉस्पिटल में जटिल किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी कर युवक को दिया नया जीवन


हिमालयन हॉस्पिटल में जटिल किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी कर युवक को दिया नया जीवन
– उत्तराखंड में पहली बार हुआ थ्री रीनल आर्टिरी के साथ जटिल किडनी ट्रांसप्लांट
– डायलिसिस पर होने के साथ ही मरीज की आंखों की रोशनी कम थी
डोईवाला। हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के चिकित्सकों ने एक बेहद जटिल किडनी ट्रांसप्लांट करने में सफलता हासिल की है। मरीज अनंत की दोनों किडनी खराब होने के साथ ही आंख की रोशनी भी बहुत कम थी। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीज अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है और उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
हरिद्वार निवासी अनंत (19) वर्ष दोनों किडनी खराब होने के चलते डायलिसिस पर था। नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शहबाज अहमद की देखरेख में मरीज का उपचार चल रहा था। किडनी खराब होने के चलते मरीज की आंखों की रोशनी भी बहुत कम हो गयी थी। जिसका उपचार वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रेनू धस्माना की देखरेख में चल रहा था। इससे पूर्व मरीज का टीबी का ईलाज भी चल चुका था। मरीज व उसके माता-पिता किडनी ट्रांसप्लांट के इच्छुक थे। जिसके लिए वह एबडोमिनल आर्गन ट्रांसप्लांटेशन विभाग में ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. कर्मवीर सिंह से मिले। अनंत की मां रंजना बेटे को किडनी देना चाहती थी। मरीज की पूरी मेडिकल हिस्ट्री समझने के बाद पूरी ट्रांसप्लांट टीम की ओर से ट्रांसप्लांट करने को लेकर कई दौर की मीटिंग की गयी। जिसमें किडनी ट्रांसप्लांट के दौरान आने वाली परेशानी के बारे में एक-दूसरे के सुझाव लिये गये। इसके बाद ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. कर्मवीर सिंह ने मरीज के माता-पिता को बताया कि दोनों किडनी खराब होने के चलते एकमात्र विकल्प ट्रांसप्लांट ही है। साथ ही इस दौरान आने वाली परेशानी के बारे में उन्हें बताया गया। परिजनों की ओर से सहमति मिलने के बाद मरीज की मां रंजना की कुछ आवश्यक जांचें करायी गयी। जांच में पता चला की रंजना (किडनी डोनर) की किडनी में तीन धमनियां है जो कि सामान्यतः एक ही होती है। इस तरह का किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी की दृष्टि से बहुत ही कठिन माना जाता है। सभी विकल्पों पर गौर करने व मरीज के परिजनों से सहमति मिलने के बाद ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. कर्मवीर सिंह व टीम सदस्य डॉ. शहबाज अहमद, डॉ. शिखर अग्रवाल, डॉ. विकास चंदेल, डॉ. राजीव सरपाल, डॉ. किम जे मामेन, डॉ. दिव्या गुप्ता, डॉ. आरती राजपूत, डॉ. ममता गोयल, डॉ. अंकित अरोड़ा, डॉ. यशस्वी धीमान ने इस बेहद जटिल किडनी ट्रांसप्लांट को सफल बनाया। ट्रांसप्लांट के बाद मरीज की आंखों की रोशनी भी बढ़ गयी। ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को चिकित्सकों की टीम की कड़ी निगरानी में रखा गया। मरीज के पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के पश्चात उसे अस्पताल से डिस्चार्ज दे दिया गया। मरीज के परिजनों ने चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया। कुलपति डॉ. विजय धस्माना व मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. एसएल जेठानी ने इस जटिल किडनी ट्रांसप्लांट को सफल बनाने के लिए पूरी टीम को बधाई दी।

क्या है थ्री रीनल आर्टिरी
ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. कर्मवीर सिंह ने बताया कि थ्री रीनल आर्टिरी वह स्थिति होती है जिसमें किसी एक किडनी में तीन धमनियां होती है। सामान्यतः किडनी में एक ही धमनी होती है। इस तरह की किडनी का ट्रांसप्लांट करना भी बहुत कठिन माना जाता है। मरीज अनंत को उनकी मां ने अपनी एक किडनी दी जिसमें तीन धमनियां थी।

अस्पताल में उपलब्ध है चिकित्सकों की विशेष प्रशिक्षित टीम
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शहबाज अहमद ने बताया कि यह ट्रांसप्लांट बहुत ही मुश्किल था मरीज की दोनों किडनी फेल होने की वजह से आंखों की रोशनी भी कम थी। साथ ही पूर्व में मरीज का टीबी का ईलाज भी चल चुका था। इन सब दिक्कतों के साथ जो किडनी मरीज को प्रत्यारोपित होनी थी उसमें तीन धमनियां थी जो कि बहुत ही मुश्किल ऑपरेशन में से एक होता है। हिमालयन हॉस्पिटल के ट्रांसप्लांटेशन सेंटर के ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. कर्मवीर सिंह ऐसी जटिल ट्रांसप्लांट सर्जरी करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित है। इसकी वजह से अब जटिल ट्रांसप्लांट सर्जरी हिमालयन हॉस्पिटल में सफलतापूर्वक किये जा रहे है। डॉ. कर्मवीर सिंह ने अनंत के माता-पिता के सहयोग की सराहना की।