मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठन की प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने प्राप्त जानकारी के अनुसार टिहरी जिले के जाखणीधार की बेटी राजधानी देहरादून में जीवनगढ़ मे अपने ससुराल में रह रही जिसके साथ हैवानियत की हदें पार करते हुए प्रीति की सास और ननद ने उसको गरम तवे से जलाए जाने पर संगठन की प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने कड़ी आपत्ति और रोष व्यक्त किया है जिसके चलते उन्होंने पीड़ित महिला प्रीति के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि मैं पीड़ित परिवार के साथ हूं और दोषी सास और ननद पर कठोर कार्यवाही और सख्त से सख्त सजा की मांग करती हूं यह घटना वास्तव में हृदय विचलित करने वाली है ह्रदय विदारक है असहनीय है रोंगटे खड़े करने वाली है इस मामले का संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द कार्यवाही और प्रकरण संबंधी दोषियों को सजा दी जाए जिससे इस तरह की पुनरावृति भविष्य में दोबारा ना हो।
आगे वो कहती है कि महिलाओं को उनके अपने परिवार और समाज द्वारा कई कारणों से दबाया गया तथा उनके साथ कई प्रकार की हिंसा हुई और परिवार और समाज में भेदभाव भी किया गया ऐसा केवल भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी दिखाई पड़ता है। महिलाओं के लिये प्राचीन काल से समाज में चले आ रहे गलत और पुराने चलन को नये रिती-रिवाजों और परंपरा में ढ़ाल दिया गया था। भारतीय समाज में महिलाओं को सम्मान देने के लिये माँ, बहन, पुत्री, पत्नी के रुप में महिला देवियो को पूजने की परंपरा है लेकिन इसका ये कतई मतलब नहीं कि केवल महिलाओं को पूजने भर से देश के विकास की जरुरत पूरी हो जायेगी। आज जरुरत है कि देश की आधी आबादी यानि महिलाओं का हर क्षेत्र में सशक्तिकरण किया जाए जो देश के विकास का आधार बनेंगी।