हरिद्वार जिले में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की जान जाने से उत्तराखंड क्रांति दल इस घटना का कड़ी भर्त्सना करता है l शासन व प्रशासन के विरुद्ध बोलते हुए उत्तराखंड क्रांति दल कार्यकारी जिला अध्यक्ष देहरादून किरन रावत कश्यप एडवोकेट ने कहां कि राज्य में शराबबंदी कानून पूरी तरह से विफल साबित हुआ है l यही नहीं इस कानून की आड़ में पुलिस जनता का शोषण कर रही है l उन्होंने कहा की है कि हरिद्वार शराब प्रकरण के लिए जिम्मेदार आबकारी विभाग के उच्च अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए तथा मृतकों के आश्रितों को उचित मुआवजा भी दिया जाना चाहिए l उन्होंने कहा की शराब की वजह से जो मौत का तांडव हरिद्वार में चल रहा है उसके लिए भाजपा सरकार भी बराबर में जिम्मेदार है l उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरिद्वार में जहरीली शराब कांड में सरकार संवेदनहीन बनी हुई है l 2019 में रुड़की ,सहारनपुर तथा देहरादून में हुए जहरीली शराब कांड से यदि सरकार ने सबक लेकर अवैध शराब कारोबार पर कार्यवाही की होती तो आज हरिद्वार में जहरीली शराब के कारण इतना नरसंहार नहीं होता lउन्होंने कहा आबकारी विभाग स्वयं मुख्यमंत्री जी ने अपने पास रखा हुआ है, राज्य सरकार व आबकारी विभाग के संरक्षण में लंबे समय से फल फूल रहे अवैध शराब के कारोबार की जानकारी विभागीय अधिकारियों को होने के बावजूद कार्यवाही नहीं की गई l जिसका खामियाजा जनता को अपनी जान गवा कर चुकाना पड़ा lउत्तराखंड क्रांति दल इसका घोर विरोध कहता है तथा स्पष्ट रूप से राज्य सरकार कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में शराब पर पूर्णतया प्रतिबंध होना चाहिए l