देहरादून, राज्य का स्वास्थ्य महकमा कब क्या गुल खिला दे इसकी जानकारी तो शायद वहां के अधिकारियों को भी नहीं है दरअसल विवादित मामले में पीएमओ के द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे जिसके बाद स्वास्थ्य महानिदेशक ने जांच समिति गठित कर 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट दिए जाने के आदेश जारी किए हैं लेकिन इन सबके बीच कल पूरे दिन पीएमओ से आए पत्र को ही अधिकारियों ने घुमा दिया जो चर्चाओं का विषय बना रहा।
दरअसल आपको बता दें कि पीएमओ ने एक शिकायत के बाद राज्य को मामले की जांच के आदेश दिए थे जिसके बाद महानिदेशक ने जांच टीम गठित की है आपको बता दें कि पीएमओ से आए पत्र को पहले ढूंढने में अधिकारियों को घंटों लग गए और अब जब पत्र मिला तो उसे सार्वजनिक किए जाने में वह डरे हुए नजर आ रहे हैं।पत्र को दबाए रखना इशारा कर रहा है कि दाल में कुछ काला है अन्यथा की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पत्र को सार्वजनिक करने से कभी भी नहीं कतराते । पत्र को दबाने में स्वास्थ्य महानिदेशालय के अधिकारियों की मिलीभगत भी साफ दिखाई दे रही है जो विवादित अधिकारी के खिलाफ हो रही जांच के पत्र को दबा रहे हैं।हालांकि स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि मामले में पीएमओ से मिले पत्र के आधार पर जांच गठित कर दी गई है जल्द ही जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित मामले की रिपोर्ट पीएम और सबके सामने सार्वजनिक की जाएगी।