उत्तराखंड क्रांति दल राज्य का प्रमुख क्षेत्रीय दल है इस वजह से राज्य के आंदोलन मैं सहभागिता निभाने वाले साथियों द्वारा उत्तराखंड क्रांति दल को ओम प्रकाश पूर्व आईएएस की संभावित संपत्तियों का विवरण उपलब्ध कराया गया है।
इनके द्वारा अपने सेवा काल में जबरदस्त भ्रष्टाचार कर विभिन्न राज्यों और विदेशों में अकूत चल- अचल संपत्ति अर्जित कर ली गई है।
जिसकी जांच की जानी अत्यंत आवश्यक हो गई है।
इनका नाम उत्तराखंड के भ्रष्ट अधिकारियों मैं लिया जाता है।
आगे निवर्तमान केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय जी ने कहा कि ओमप्रकाश की संपत्ति का ब्यौरा उत्तराखंड की एक सामान्य व्यक्ति द्वारा उत्तराखंड क्रांति दल को उपलब्ध कराया गया है और उपरोक्त ब्यौरा देखने के बाद ऐसा प्रतीत हुआ कि यह बिल्कुल सही और सटीक सूचना है।
यदि प्रथम चरण में इतनी सूचना प्राप्त हुई है तो यह बहुत ही गंभीर और सोचनीय विषय है और इसकी जांच की जानी बहुत ही आवश्यक हो गई है।
इस मामले में सीबीआई के पास भी पुख्ता सबूत है किंतु सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी कारणों से इसकी जांच नहीं कर पाए यह भी एक चिंतनीय विषय है।
इस प्रकार के कृत्य से देश की जांच एजेंसियों पर प्रश्नचिन्ह लगना लाजमी है।
ऐसा प्रतीत होता है कि ओम प्रकाश जी द्वारा इनको समय-समय पर मैनेज किया जाता रहा है।
उत्तराखंड क्रांति दल को प्राप्त सबूतों के आधार पर लिखित ब्यौरा सतर्कता मुख्यालय में भेज दिया गया है तथा भविष्य में अतिरिक्त सूचना प्राप्त होने पर भी उसका ब्यौरा उपलब्ध करा दिया जाएगा।
उत्तराखंड क्रांति दल ने मांग की है कि यदि इस पर तत्काल जांच नहीं की गई तो यह एक आंदोलन का रूप धारण कर लेगा।
प्रतिनिधि मंडल में जिला अध्यक्ष दीपक रावत ,किरण रावत , प्रमिला रावत ,युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ,प्रचार सचिव अशोक नेगी ,लता पथ हुसैन मौजूद थे।