संस्कृति सनातन सेवा संघ

संस्कृति सनातन सेवा संघ ,एवं भगवा फोर्स देवभूमि उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉक्टर त्रियंबक सेमवाल की पहल पर कन्नड़ वाला विस्थापित क्षेत्र अनेक महिला संगठनों के सहयोग से इस क्षेत्र में सभी हिंदुओं के मकानों पर भगवा लहरी झंडा फहराया गया ,इस अवसर पर सर्वप्रथम राष्ट्रीय सनातन सेवा संघ के राष्ट्रीय संस्थापक डॉक्टर त्रयंबक सेमवाल ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे संगठन का मुख्य उद्देश्य सभी हिंदुओं को सनातन के प्रति समर्पित होने का भाव जागृत कराना है ,उन्होंने कहा कि आज आधुनिकता के चक्कर में नई पीढ़ी मंदिरों में जाना तक भूल गई है अपने जन्मदिन के अवसर पर नई पीढ़ी के बच्चे मंदिर में जाकर पाठ पूजा अर्चना नहीं करते और केवल के काटने तक सीमित रहते हैं उन्होंने माताओं और बहनों से निवेदन किया और सब से अपील की अपने नन्हे मुन्ने नौनिहालों के जन्मदिन पर प्रात काल उठकर मंदिरों में जा कर पूजा कर दिन में उनके नाम से एक वृक्ष अवश्य लगाएं ,केवल पर लगाकर या वृक्ष लगाकर इति श्री नहीं करनी है बल्कि उस पेड़ की नियमित देखरेख कर उसे पनपाना है ,सभी माताओं और बहनों से उन्होंने अपील की कि अपने नन्हे-मुन्ने बच्चों में नियमित मंदिर जाने की आदत डलवाए ,बच्चे को सुसंस्कृत करने में माता का ही हाथ सर्वप्रथम होता है यदि मां चाहे तो बच्चे को सुसंस्कृत कर कट्टर हिंदू बनाने में सक्षम हो सकती है ,आज समाज में जरूरत है कि केवल हिंदू ही नहीं बल्कि कट्टर हिंदू बने ,जो हिंदुत्व का शक्ति से निर्वाहन कर सके
..इसके बाद वहां सभा स्थल पर हिंदू एकता जिंदाबाद ,,सनातन धर्म जिंदाबाद ,के नारों के साथ शंखनाद हुआ और डॉक्टर त्र्यंबक सेमवाल ने कहा कि हमारी मुहिम होगी कि पूरा उत्तराखंड भगवा मय हो उन्होंने कहा कि 5 तारीख से उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जनपद में हमारी यह मुहिम अपना रंग लाएगी ,अगस्त मुनि चंद्रपुरी, मक्कूमठ,उखीमठ मैं हमारे प्रथम चरण में सभी मकानों में लहरी भगवा ध्वज फहराया इस कार्यक्रम में मुख्यता शशी नेगी पुष्पा विमला सीता श्रीमती उर्मिला बिष्ट निर्मला उनियाल शशी नेगीकेशवानंद सेमवाल जी डी बुला कोटि बिचित्र सिंह नेगी बीरबल सिंह गुसाईं ,रीना चौहान ममता सुमति उमा सुनीता पूनम लक्ष्मी मंजू माया ,एवं श्रीसुभेद्र सिंह कोकिलि याल,हर्ष सिंह नेगी पूर्व सैनिक संगठन ,श्रीमती पूनम थापा ,एवं श्रीमती मंजू सेमवाल उपस्थित थे ,श्रीमती शशी नेगी कल्याणी महिला समिति का इसमें विशेष योगदान रहा ,