गंगाजल और गौमूत्र सेवन के बाद मन्दिर में प्रवेश

ऋषिकेश ,राष्ट्रीय सनातन सेवा संघ के संस्थापक एवं भगवा फोर्स के अध्यक्ष डॉक्टर त्रयंबक सेमवाल ने कहां किहिंदुओं के चार धाम यात्रा में गैर हिंदुओं पर डायरेक्ट प्रतिबंध लगाने का कोई औचित्य नहीं है उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है यहां पर हिंदुओं के चार धाम और जितने भी सिद्ध पीठ है उन सभी में यह व्यवस्था लागू हो जानी चाहिए कि मंदिर में जो भी प्रवेश करें वह गंगाजल और गोमूत्र का सेवन करने के उपरांत ही मंदिर परिसर में प्रवेश करें इससे मंदिर की पवित्रता बनी रहेगी और जिन्हें गौ माता ,और गंगा में अगाध विश्वास नहीं होगा वह हमारे सिद्ध पीठ और चारों धामों में प्रवेश ही नहीं कर पाएंगे ,उन्होंने कहा कि अभी इस प्लान को बनाकर उत्तराखंड शासन प्रशासन को प्रेषित किया जा रहा है ,अगर सरलता और सहजता से हमारी सरकार ने इसे नहीं माना ,बिना गंगाजल और गोमूत्र के सेवन के किसी भी व्यक्ति ने हमारे चार धाम और सिद्ध पीठों में प्रवेश की या तो उत्तराखंड की जनता आंदोलन के लिए विवश हो सकती है ,उन्होंने सभी हिंदूवादी संगठनों से अपील की है इस कार्य में अधिक से अधिक लोग साथ दें और साथ आए ,उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए यह पहल अति आवश्यक है ,