नवरात्रि के चौथे दिन मां दुर्गा के चौथे स्वरूप कूष्मांडा मां की पूजा की जाती है जो भी भक्त मां की पूजा विधि विधान से करते हैं मां की कृपा से भक्तों को बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है मां कुष्मांडा की मंद मुस्कान से ब्रह्मांड का निर्माण हुआ इसी कारणवश मां को कुष्मांडा नाम से भी जाना जाता है मां की अष्टभुजा हैं जिस कारण मां को अष्टभुजा वाली देवी के नाम से जाना जाता है जो भक्त मां की उपासना विधि विधान से करते हैं मां की कृपा से उसको सभी रिद्धि और सिद्धि प्राप्त होती है ऐसे भक्त हमेशा निरोग रहते हैं और उनके मन में किसी प्रकार का डर या भय नहीं रहता मां की उपासना करने वाले भक्तों के जीवन में कभी भी किसी प्रकार का कोई अंधकार नहीं आता जय माता दी